हरियाणा रोडवेज के दिवंगत कर्मचारी के परिवार को मिले 50 लाख और नौकरी : रामनिवास
रोडवेज कर्मचारी महासंघ की वर्चुअल बैठक हुई। इसमें रोडवेज कर्मचारी की मृत्यु पर मुआवजा मांगा गया।
जागरण संवाददाता, जींद : रोडवेज कर्मचारी महासंघ की वर्चुअल बैठक हुई, जिसमें राज्य प्रधान ओम प्रकाश ग्रेवाल, प्रदेश चेयरमैन सुरेंद्र मलिक, महासचिव पहल सिंह तवर, प्रधान जसवीर चहल, डिपो प्रधान राजकुमार, प्रेस प्रवक्ता रामनिवास खरक भूरा, सतबीर धरोदी, उपकेंद्र सफीदों के प्रधान जोगिद्र देशवाल ने भाग लिया। ओमप्रकाश ग्रेवाल ने कहा कि रोडवेज चालक-परिचालक अग्रिम पंक्ति में रहकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। बसों में यात्रियों की टिकट काटने के दौरान उनसे डायरेक्ट सामना होता है। ऐसे मे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सैकड़ों कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं तो कई कर्मचारियों की मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद कर्मचारी अपनी ड्यूटी से पीछे नहीं हट रहे। प्रेस प्रवक्ता रामनिवास खरकभूरा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी की कोरोना से मौत होने पर 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता, परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। कर्मचारियों को पीपीई किट, दस्ताने और अन्य सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं। इसे लेकर सीएम मनोहर लाल को 11 मई को महासंघ द्वारा पत्र लिखा गया था, जिसमें बीमा पॉलिसी के तहत 50 लाख रुपये मुआवजा देने, मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी, रोडवेज कर्मचारी को कोरोना योद्धा घोषित करने की मांग की थी।
कोरोना महामारी में रक्तदान करना ज्यादा पुण्य का काम : राजकुमार गोयल
जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना जैसी महामारी में रक्तदान करना और भी ज्यादा पुण्य का काम है। यह व्यक्तव्य जींद विकास संगठन के अध्यक्ष एवं समाजसेवी राजकुमार गोयल ने नागरिक अस्पताल में जेसीआइ जींद ब्रदर की ओर से आयोजित रक्तदान शिविर में मुख्यातिथि के तौर पर कहे। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष सुरेश ढुल, पूर्व अध्यक्ष संजय अहलावत एडवोकेट, नवीन गोस्वामी, सुभाष सिहाग, जींद विकास संगठन के महासचिव राजकुमार भोला, मनजीत भौंसला उपस्थित थे। जेसीआइ जींद ब्रदर 18 मई से नागरिक अस्पताल में रक्तदान शिविर लगा रही है। राजकुमार गोयल ने कहा कि रक्तदान महादान है। इससे बड़ा कोई पुण्य का काम नहीं। किसी व्यक्ति किया गया रक्तदान किसी की जान बचा सकती है। संस्था के सुरेश ढुल व संजय अहलावत ने बताया कि प्रतिदिन 10 से 15 यूनिट रक्त की इकट्ठा करके अस्पताल को दिया जा रहा है।