एसडीओ के खिलाफ कर्मचारियों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना
बिजली निगम प्रांगण में हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर्स यूनियन की अगुवाई में बिजली निगम के कर्मचारियों ने एसडीओ पर अडि़यल रवैये अपनाने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया।
संवाद सूत्र, उचाना : बिजली निगम प्रांगण में हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर्स यूनियन की अगुवाई में बिजली निगम के कर्मचारियों ने एसडीओ पर अडि़यल रवैये अपनाने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक एसडीओ अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ते है, यूनियन की मांगों को नहीं मानते है तब तक उनका अनिश्चित कालीन धरना जारी रहेगा। धरना की अध्यक्षता यह यूनिट उप प्रधान सुरेंद्र श्योकंद ने की। संचालन सब यूनिट सचिव दिलबाग श्योकंद ने किया। धरने पर नव निर्वाचित प्रदेश वरिष्ठ उप प्रधान कृष्ण नैन, उप मुख्य संगठनकर्ता वीरेंद्र गोयल भी पहुंचे। वक्ताओं ने कहा कि धरना बिजली निगम के एसडीओ द्वारा कर्मचारियों को गलत तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है। कर्मचारी यूनियन की मांगों को नहीं माना जा रहा है है। धरने पर पर पहुंचे केंद्रीय परिषद के नेताओं ने कर्मचारियों की सभी मांगों को तुरंत प्रभाव से मानने की मांग एसडीओ बिजली निगम से की। मांगे न मानने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी धरनास्थल पर दी गई। उन्होंने कहा कि 4 कर्मचारी कांट्रेक्ट पर लगे हुए है जिनको एरिया के बारे में पता नहीं है। एसडीओ बिजली निगम उनसे एचटी (हाई टेंशन) पर काम करवाना चाहता है जिनमें बिजली सप्लाई चालू होती है। दो दिन पहले भी वृक्षों की कटाई के दौरान दो कर्मचारी बाल-बाल बचे थे। जब इस बात को लेकर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने एसडीओ से बात की तो एसडीओ कहते है कि अगर किसी कर्मचारी के साथ काम के दौरान कोई घटना होने से मौत का ग्रास बनता है तो मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है। उस की जिम्मेदारी एरिया इंचार्ज की होगी। यह कार्य एसडीओ को ऐसे कर्मचारियों से करवाना चाहिए जिनको एरिया का पता है। इस मौके पर यूनिट सचिव कर्मबीर कापड़ो, सब यूनिट प्रधान अमित कोथ, सुरेश खासा, विक्रम श्योकंद, सुनील दत्त, विकास खटकड़, नरेश, सुभाष शर्मा, राजेंद्र, बिजेंद्र, मनीष, रामनिवास, कुलदीप मौजूद रहे।
वर्जन
जो कर्मचारी काम करते है उनके साथ जेई, एक ट्रेंड लाइन साथ होता है। जो सारे कार्य को देखता है। लाइन को बंद करवाने के बाद ही कार्य करवा जाता है। ये कर्मचारी चाहते है कि जिस गांव के है उसी गांव में इनकी डयूटी लगाई जाए जो संभव नहीं है।
-भजन सिंह, एसडीओ, बिजली निगम उचाना।