श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में विभिन्न कर्मचारी संगठन खंड प्रधान ईश्वर सचाखेड़ा की अध्यक्षता में नेहरू पार्क में एकत्रित हुए और सरकार विरोधी नीतियों को जमकर कोसा।
संवाद सूत्र, नरवाना : देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में विभिन्न कर्मचारी संगठन खंड प्रधान ईश्वर सच्चाखेड़ा की अध्यक्षता में नेहरू पार्क में एकत्रित हुए और सरकार विरोधी नीतियों को जमकर कोसा। मंच संचालन जिला सचिव इंद्र सिंह श्योकंद ने किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जिस प्रकार की नीतियां लेकर आ रही है, उससे देश का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है।
उनका कहना था कि आज केंद्र सरकार मजदूर किसान विरोधी नीतियों का बनाकर पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है। जनता का ध्यान भटकाने के लिए धर्म के नाम पर लोगों को बांट रही है। धीरे-धीरे सरकार सभी जन कल्याणकारी विभागों का निजीकरण कर रही है और जिससे प्राइवेट मालिकों की मनमानी चलेगी और मजदूरों का शोषण और दमन बढ़ जाएगा। उन्होंने सरकार की इन नीतियों की कड़ी शब्दों में निदा करते हुए मांग की कि सभी जन कल्याणकारी विभागों का निजीकरण बंद किया जाए, खाली पड़े पदों पर स्थाई नियुक्ति की जाए, मजदूर किसान विरोधी नीतियां बंद की जाए, महिला उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने के लिए कानून व्यवस्था को सुधार किया जाए, समान शिक्षा अधिनियम लागू किया जाए।
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पौने घंटे तक हाईवे को किया जाम
सरकार की कर्मचारी, मजदूर व किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ विभिन्न कर्मचारी व मजदूर संगठनों ने बस स्टैंड तक नारेबाजी करते हुए रोष प्रदर्शन किया और बस स्टैंड के बाहर धरने पर बैठ गए। जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। कर्मचारियों का कहना था कि सरकार कर्मचारियों व आम जनता के शोषण पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार देने की बजाए लोगों का रोजगार छीन रही है। गिरफ्तार किए किसानों की रिहाई के आश्वासन के बाद हड़ताली कर्मचारियों ने लगभग पौने घंटे बाद जाम खोला, तब जाकर यातायात व्यवस्था दुरूस्त हो पाई।