रोजगार व राष्ट्रीयता का बोध देने वाली होगी शिक्षा नीति : वीसी
जींद की चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय केंद्र द्वारा भारतीय शिक्षण मंडल राष्ट्रीय नीति आयोग के संदर्भ में वेबिनार किया गया।
जागरण संवाददाता, जींद : चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय केंद्र द्वारा भारतीय शिक्षण मंडल राष्ट्रीय नीति आयोग के संदर्भ में वेबिनार किया गया। मुख्य वक्ता के तौर पर अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख पालक पंकज नाफड़े रहे। ऑनलाइन वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए वीसी प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि नई शिक्षा नीति आत्मनिर्भर बनाने का रोडमैप होगी। हमारी शिक्षा नीति से ऐसा नहीं है कि विकास नहीं हुआ है। बौद्धिक विकास तो हुआ है, पर हमारे यहां से शिक्षा लेकर पूरे विश्व में अपना परचम लहराया है। लेकिन पलायन नहीं रोक पाया। हमारी शिक्षा नीति ब्रेन और ड्रेन धारणा को तोड़ने का काम करेगी। यह शिक्षा नीति तीन बिदुओं शिक्षा, कौशल और एटीट्यूड पर केंद्रित है, जो ज्ञान के मानक तो पूरा करती थी। लेकिन कौशल और एटीट्यूड को पूरा नहीं करती थी। कौशल और एटीट्यूड से रोजगार और राष्ट्रीयता का बोध देने वाली शिक्षा नीति होगी। मुख्य वक्ता पंकज नाफड़े ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारी राष्ट्रीयता के अनुकूल है। इसमें मूल्यों के साथ ही मातृभाषा पर फोकस है और हमारे भविष्य का निर्माण करेगा। इसमें मातृभाषा हिदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को प्राथमिक शिक्षा में शामिल किया गया है। जो अपनी मातृभाषा में अधिगम का कार्य करेंगे। जिससे उनके व्यक्तित्व का समग्र विकास होगा। डा. ऋषि गोयल ने कहा कि बहुप्रतिक्षित नई शिक्षा नीति में बहुत दूरगामी संकल्प और व्यवस्था निहित है। रजिस्ट्रार डा. राजेश बंसल ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से हमारा राष्ट्र सक्षम, तकनीकी रूप से दक्ष तथा मजबूत होगा। इस अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय केंद्र के निदेशक प्रो. एस के सिन्हा, डा. अनुपम भाटिया, डा. सतेंद्र मलिक, विश्वविद्यालय और कालेजों के शिक्षक उपस्थित रहे।