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खराब परीक्षा परिणाम के लिए शिक्षा नीति जिम्मेदार : रेढू

हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के उप प्रधान राजबीर रेढू ने कहा कि सरकारी स्कूलों का मैट्रिक परीक्षा परिणाम निराशाजनक आने के लिए प्रदेश की शिक्षा नीति पूर्ण रूप से जिम्मेदार है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 May 2018 05:44 PM (IST)Updated: Thu, 24 May 2018 05:44 PM (IST)
खराब परीक्षा परिणाम के लिए शिक्षा नीति जिम्मेदार : रेढू
खराब परीक्षा परिणाम के लिए शिक्षा नीति जिम्मेदार : रेढू

जासं, जींद : हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के उप प्रधान राजबीर रेढू ने कहा कि सरकारी स्कूलों का मैट्रिक परीक्षा परिणाम निराशाजनक आने के लिए प्रदेश की शिक्षा नीति पूर्ण रूप से जिम्मेदार है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने ईमानदारी से स्वीकार किया कि नोडिटेशन पालिसी ने बच्चों को पढ़ाई के प्रति उदासीन बना दिया है। कक्षा एक से आठवीं तक बच्चों को फेल न करना है। हसला संगठन सरकार और शिक्षा विभाग से लिखित रूप से तथा मौखिक रूप से बार-बार मांग की गई कि शिक्षा की गुणवत्ता व सुधारीकरण के लिए पांचवीं व आठवीं कक्षा की परीक्षा बोर्ड से आयोजित की जाए। मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री आठवीं की परीक्षा बोर्ड से आयोजित करने की घोषणा कर चुके हैं, लेकिन सरकार और शिक्षा विभाग इसे अभी तक लागू नहीं किया है। सरकार व शिक्षा विभाग प्रदेश में शिक्षा के स्तर सुधारने के लिए दो तरह के स्कूलों की व्यवस्था की थी। एक से आठ का मुखिया मौलिक मिडल हेड होगा जबकि नौवीं से 12वीं के स्कूलों का मुखिया प्राचार्य होगा। हाई स्कूल का मुख्य अध्यापक डिमिशिंग कैडर होगा।

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