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ई-संजीवनी ओपीडी लोगों के लिए साबित हो रही कारगर

बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू की गई ई-संजीवनी ओपीडी लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। ई-संजीवन योजना का सबसे ज्यादा लाभ बड़े शहर के लोग उठा रहे हैं जबकि जागरूकता के अभाव में कुछ जिले के लोग ई-संजीवनी ओपीडी का लाभ नहीं ले रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 11:48 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 11:48 PM (IST)
ई-संजीवनी ओपीडी लोगों के लिए साबित हो रही कारगर
ई-संजीवनी ओपीडी लोगों के लिए साबित हो रही कारगर

जागरण संवाददाता, जींद : बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू की गई ई-संजीवनी ओपीडी लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। ई-संजीवन योजना का सबसे ज्यादा लाभ बड़े शहर के लोग उठा रहे हैं, जबकि जागरूकता के अभाव में कुछ जिले के लोग ई-संजीवनी ओपीडी का लाभ नहीं ले रहे हैं।

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ई-संजीवनी ओपीडी को शुरू किए हुए 20 माह हो चुके हैं और इसमें सबसे ज्यादा लाभ गुरुग्राम के 31 हजार 828 लोगों ने उठाया है, जबकि इसका लाभ उठाने में सबसे पिछड़ा नूंह जिला है। जहां पर अब तक केवल 161 लोगों ने ही ई-संजीवनी ओपीडी का लाभ उठाया है। इस सेवा के माध्यम से लोगों को अस्पताल आने की जरूरत नहीं होती और वो घर बैठे ही टेली कालिग के माध्यम से चिकित्सक से बीमारी से संबंधित परामर्श ले सकते हैं। जींद के लोग भी इस सेवा का अधिक लाभ नहीं उठा रहे हैं। जींद जिले में एक मई 2020 से 18 जनवरी तक जींद के केवल 971 लोगों ने ही इसका लाभ उठाया है। कोरोना संक्रमण के बीच ई-संजीवनी फायदेमंद स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना काल में अस्पतालों में भीड़ न लगे इसके लिए ई-संजीवन ओपीडी शुरू की थी। इस सेवा के माध्यम से जरूरतमंद घर बैठे ही चिकित्सकों से परामर्श ले सकता है। इसके लिए सुबह, शाम व रात तीन शिफ्ट निर्धारित की गई हैं और हर शिफ्ट में दो-दो चिकित्सकों की ड्यूटियां लगाई गई हैं। ई-संजीवनी एप के जरिए टेली मेडिसिन सेवा को विस्तार दिया गया है ताकि लोग घर बैठे ही परामर्श ले सकें। ऐसे उठा सकते हैं सेवा का लाभ गूगल प्ले स्टोर से ई-संजीवनी एप डाउनलोड करें। अपना नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज करें और रजिस्ट्रेशन कराएं। रजिस्ट्रेशन होने के बाद डाक्टर्स की लिस्ट चेक करें। उपलब्धता के आधार पर डाक्टर्स का अप्वाइंटमेंट लें। हालांकि ई-उपचार के लिए प्रत्येक जिले में दो दिन ही निर्धारित किए गए हैं। शेड्यूल के हिसाब से प्रतिदिन दो-दो जिलों के डाक्टरों की ई-संजीवनी ओपीडी पर ड्यूटी होती है।

जिले के हिसाब से ई-संजीवनी ओपीडी जिला कुल परामर्श (एक मई 2020 से 18 जनवरी 2022 तक) अंबाला 3093 भिवानी 468 चरखी दादरी 389 फरीदाबाद 1928 फतेहाबाद 1056 गुरुग्राम 31828 हिसार 2527 झज्जर 653 जींद 971 कैथल 398 करनाल 788 कुरूक्षेत्र 352 महेंद्रगढ़ 999 नूंह 161 पलवल 624 पंचकूला 4184 पानीपत 698 रेवाड़ी 1347 रोहतक 4327 सिरसा 2109 सोनीपत 3018 यमुनानगर 1448 कुल 63,366 --------------- ई-संजीवनी ओपीडी के नोडल अधिकारी डा. विशाल पोरस ने कहा कि ई-संजीवनी ओपीडी लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। इस सेवा के माध्यम से लोग घर बैठे ही चिकित्सकों से परामर्श ले सकते हैं। ई-संजीवनी ओपीडी का लाभ लेने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।


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