खेल विभाग के निदेशक ने कोच से पूछे जिले के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के नाम, नहीं बता पाए
खेल विभाग के निदेशक डॉ. एसएस फूलिया ने मंगलवार को जींद में जिला खेल अधिकारी विनोद बाला के साथ जिले के कोचों की बैठक ली और उनसे खेलों को लेकर जिले की उपलब्धियां और जरूरतों के बारे में पूछा।
जागरण संवाददाता, जींद : खेल विभाग के निदेशक डॉ. एसएस फूलिया ने मंगलवार को जींद में जिला खेल अधिकारी विनोद बाला के साथ जिले के कोचों की बैठक ली और उनसे खेलों को लेकर जिले की उपलब्धियां और जरूरतों के बारे में पूछा। बैठक में कोच ने कहा कि जिला में सबसे ज्यादा उपलब्धियां खिलाड़ियों ने कुश्ती में हासिल की है। जिले के 15 से 20 खिलाड़ियों ने कुश्ती में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल कर जिला का नाम रोशन किया। इस पर निदेशक ने कोच से उन खिलाड़ियों का नाम पूछ लिया, जिसका जवाब कोच नहीं दे पाए। डॉ. एसएस फूलिया ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का नाम कोच को अंगुलियों पर याद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर जींद जिला अपेक्षा के अनुसार खेलों में अपनी उपलब्धियां बढ़ाता तो वह सोनीपत की जगह जींद का नाम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रपोजल के लिए भेजते। निदेशक ने मीटिग में मौजूद अधिकारियों को सिविल सर्विस कंडक्ट रूल व आरटीआइ एक्ट 2005 के बारे में जानकारी दी।
कोच सक्षम होगा तो दूसरे जिले से भी खिलाड़ी आएंगे कोचिग लेने
बैठक में कोच से खिलाड़ियों को लेकर आ रही समस्याओं के बारे में पूछा तो एक कोच ने कहा कि खिलाड़ी थोड़े समय के बाद जींद के कोच से कोचिग लेकर दूसरे प्राइवेट अकादमी वाले कोच के पास पलायन कर जाते हैं। इस पर निदेशक ने कहा कि इसमें कमी कोच की है। कोच सक्षम हो तो आपके जिले के ही नहीं बल्कि दूसरे जिले व दूसरे राज्यों से भी खिलाड़ी आपसे पास कोचिग लेने आएंगे। निदेशक ने कहा कि अच्छी सुविधा के लिए पहले अपने जिला की उपलब्धियों को बढ़ाओ। अगर उपलब्धियां बढ़ाओगे तो आपको सुविधा भी दी जाएगी।
नरवाना में बीएंडआर को जल्द काम पूरा करने का निर्देश
निदेशक डॉ. एसएस फूलिया ने कोच से समस्याओं के बारे में पूछा तो एक कोच ने कहा कि नरवाना में वह हैंडबॉल का वुडन इन्फ्रास्ट्रक्चर खराब हो चुका है। इसके लिए खेल विभाग ने 10 लाख रुपये का एस्टीमेट बनाकर बीएंडआर नरवाना को भेज दिया है। कई बार रिमाइंडर भी डाल दिया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी कोई काम नहीं कर रहा। इसके बाद निदेशक ने बीएंडआर के अधिकारी से फोन पर बातचीत की और फटकार लगाते हुए जल्द समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए और कहा कि फिर भी कोई दिक्कत आती है तो वे निदेशक से संपर्क करें। वहीं नंदगढ़ में लेट तक कोचिग लेने वाले खिलाड़ियों की सुविधा के लिए स्टेडियम में लाइट का प्रबंध करवाने के निर्देश दिए।
जिला स्तर पर एथलीट के लिए सिथेटिक ट्रेक बनवाने की मांग
नरवाना में एथलीट के खिलाड़ियों के लिए सिथेटिक ट्रैक का निर्माण करवाया गया है। इसको जल्द ही खेल विभाग टेकओवर करने वाला है। एक कोच ने कहा कि जिला में एथलीट के भी काफी अच्छे खिलाड़ी हैं। आठ से दस खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं, लेकिन जिला स्तर पर सिथेटिक ट्रेक नहीं है, केवल नरवाना में ही सिथेटिक ट्रैक है। खिलाडिय़ों की सुविधा के लिए जिला स्तर पर भी सिथेटिक ट्रैक का निर्माण किया जाना चाहिए।