बागवानी के अव्वल जिलों में शामिल हुआ जींद : सहरावत
गांव सफाखेड़ी में बागवानी विभाग द्वारा जिलास्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए गए। अलग-अलग गांवों में आयोजित कार्यक्रमों में 70 के करीब किसान पहुंचे क्षेत्र में 110 एकड़ भूमि में लगाने वाले बाग के किसानों को अमरूद किन्नू नींबू के बाग लगाने के लिए पौधे वितरित किए
संवाद सूत्र, उचाना : गांव सफाखेड़ी में बागवानी विभाग द्वारा जिलास्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए गए। अलग-अलग गांवों में आयोजित कार्यक्रमों में 70 के करीब किसान पहुंचे क्षेत्र में 110 एकड़ भूमि में लगाने वाले बाग के किसानों को अमरूद, किन्नू, नींबू के बाग लगाने के लिए पौधे वितरित किए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मिशन निदेशक हरियाणा राज्य बागवानी विकास एजेंसी डा. भगत सिंह सहरावत ने हिस्सा लिया। सज्जन डूमरखां के खेत में लगने वाले बाग की शुरुआत पौधरोपण करके की। तारखां गांव ज्ञानी तारखां के खेत में टीएफपीसीएल किसान उत्पादक संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी पहुंचे। इस मौके पर जिला उद्यान अधिकारी डा. बिरेंद्र हुड्डा, जिला बागवानी सलाहकार डा. असीम कुमार, डायरेक्टर अंकुश, किसान ज्ञानी राम तारखां मौजूद थे।
दिल्ली से लगती है सीमाएं लेकिन फल, सब्जियां पहुंचती है कम
किसानों को बागवानी विभाग की महत्वपूर्ण स्कीमों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया हुए डॉ. सहरावत ने किसानों की आय दोगुना करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही स्कीमों के बारे में भी बतया। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली का काफी क्षेत्र हरियाणा राज्य की सीमाएं कवर करती हैं, परंतु फिर भी राजधानी पहुंचने वाले फल, सब्जियों में हरियाणा का केवल 10 से 12 प्रतिशत हिस्सा है।
बागवानी से है किसान को इंकम
किसान सज्जन डूमरखां ने बताया कि गांव डूमरखां के किसान रामफल का अमरूद का 10 एकड़ क्षेत्र का बाग 50 लाख रुपये सालाना ठेके पर दिया जाता है। इसके साथ मिशन निदेशक ने गांव कंडेला के किसान महाबीर, डूमरखां के सतीश द्वारा किए जाने रहे मशरूम की खेती की भी सराहना करते हुए अन्य किसानों को मशरूम यूनिट लगाने के लिए जागरूक किया।