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उप मुख्यमंत्री ने मांगे हलके के प्रत्येक गांव से 40 से 50 लाख के कार्यों एस्टीमेट

हलके के गांवों में विकास कार्य तेजी से हो इसके लिए उप डिप्टी सीएम दुष्यंत द्वारा प्रत्येक गांव से 40 से 50 लाख रुपये के एस्टीमेट मांगे गए है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 06:10 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 06:10 AM (IST)
उप मुख्यमंत्री ने मांगे हलके के प्रत्येक गांव से 40 से 50 लाख के कार्यों एस्टीमेट
उप मुख्यमंत्री ने मांगे हलके के प्रत्येक गांव से 40 से 50 लाख के कार्यों एस्टीमेट

संवाद सूत्र, उचाना : हलके के गांवों में विकास कार्य तेजी से हो इसके लिए उप डिप्टी सीएम दुष्यंत द्वारा प्रत्येक गांव से 40 से 50 लाख रुपये के एस्टीमेट मांगे गए है। इसको लेकर पंचायत विभाग के अधिकारी गांव में पहुंचे कर एस्टीमेट बनाने में लगे हुए है। डिप्टी सीएम द्वारा बीते दिनों चंडीगढ़ में हुई जेजेपी जोन प्रभारियों की बैठक में हर गांव में सामूहिक समस्या को दूर करने के लिए 40 से 50 लाख रुपये के एस्टीमेट जल्द से जल्द बनवाने के लिए कहा था। डिप्टी सीएम के पास 11 विभागों में पंचायत विभाग भी है। ऐसे में उनका विभाग होने के चलते यहां पर गांवों में जाकर पंचायत विभाग के जेई एस्टीमेट बनाने के लिए पैमाइश करने में लगे हुए है। मुख्य रूप से गली निमरण, शमशान घाट में शैड, चार दीवारी, तालाब की चार दीवारी के कामों के एस्टीमेट बनाने के लिए पैमाइश की जा रही है।

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ग्रामीण दलबीर, जयभगवान, कर्ण सिंह, नसीब, महीपाल, अश्वनी ने कहा कि डिप्टी सीएम हलके से विधायक होने से यहां विकास कार्यो में तेजी आएगी। 40 से 50 लाख रुपए के एस्टीमेट विकास कार्यो के लिए बनाने का काम शुरू हो चुका है। गांव में विकास की शुरूआत सत्ता में हिस्सेदारी होते ही हो गई है। गांव में कई ऐसी सामूहिक समस्याएं है जिनका कुछ हद तक समाधान इन एस्टीमेट में हो जाएगा। जो उम्मीद हलके के लोगों को दुष्यंत चौटाला से डिप्टी सीएम बनने के बाद हुई थी उस उम्मीद के अनुरूप कामों की शुरूआत हो चुकी है।

जल्द बन जाएंगे एस्टीमेट

पंचायत विभाग के जेई रविश कुमार ने बताया कि एक्सईएन के आदेश के बाद वो गांव में जाकर जो प्रमुख मांगे है उनके एस्टीमेट बनाने के लिए पैमाईश की जा रही है। यहां पर दो उचाना के जेई के अलावा वो पैमाइश गांव में जाकर कर रहे है। कम आबादी वाले गांव में 30 लाख तक तो बड़े गांव में 50 लाख तक के एसटीमेट बनाने के लिए पैमाइश की जा रही है।


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