उचाना में पुलिस की मौजूदगी में बांटा डीएपी
गेहूं की बिजाई करने के लिए किसानों को डाइ अमोनियम फास्फेट (डीएपी) लेने के लिए लंबी-लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है। मंगलवार को पुरानी मंडी में सरकारी दुकान पर डीएपी आने की सूचना मिलने पर सुबह पांच बजे ही पुरानी मंडी पहुंच गए। दुकान के आगे किसानों की लंबी लाइन लग गई। यहां पर पुरुष महिलाओं की दो लाइन बनाई गई।
संवाद सूत्र, उचाना: गेहूं की बिजाई करने के लिए किसानों को डाइ अमोनियम फास्फेट (डीएपी) लेने के लिए लंबी-लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है। मंगलवार को पुरानी मंडी में सरकारी दुकान पर डीएपी आने की सूचना मिलने पर सुबह पांच बजे ही पुरानी मंडी पहुंच गए। दुकान के आगे किसानों की लंबी लाइन लग गई। यहां पर पुरुष, महिलाओं की दो लाइन बनाई गई। 1100 डीएपी के बैग सरकारी दुकान पर पहुंचे। एक गाड़ी में पीछे से कम डीएपी बैग आने से कुछ किसान रह गए जिनकी पर्ची तो कट गई लेकिन उनको डीएपी बैग नहीं मिले। पुलिस की मौजूदगी में डीएपी किसानों को बांटा गया। एक किसान को पांच-पांच डीएपी बैग आधार कार्ड पर दिए गए।
किसान रामसरूप, बलबीर, सुलतान, राजकुमार ने कहा कि इस समय गेहूं की बिजाई का समय है। बिजाई के लिए डीएपी चाहिए लेकिन डीएपी को लेकर किसान मारे-मारे फिर रहे है। सर्दी के मौसम में सुबह ही मंडी में डीएपी लेने के लिए लाइन में लग गए। जरूरत के हिसाब से डीएपी नहीं मिल रहा है। एक किसान को पांच डीएपी बैग दिए गए। महिलाएं भी लाइन में डीएपी लेने के लिए लगी।
उन्होंने कहा कि सरसों, गेहूं की बिजाई को लेकर काफी दिनों से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जब तक डीएपी नहीं मिलेगा बिजाई नहीं होगी। कई दिनों से मंडी में डीएपी लेने के लिए आ रहे है। मंगलवार को लाइन में लगने के बाद पांच बैग डीएपी के मिले। सरकारी दुकान सेल्समैन सतीश नचार ने बताया कि 1100 डीएपी के बैग आए थे। एक गाड़ी में कुछ बैग कम आने से कुछ किसान रह गए जिनकी पर्ची कट गई थी। अब जब डीएपी आएगा उनको उस गाड़ी में सबसे पहले दिया जाएगा। खंड कृषि अधिकारी डॉ. पवन भारद्वाज ने बताया कि एक किसान को आधार कार्ड पर पांच डीएपी के बैग दिए गए।