छात्र संगठनों के विरोध के बाद सीआरएसयू ने प्रैक्टिकल की तारीख 31 तक बढ़ाई
कोरोना की वजह से प्रमोट किए गए कॉलेज छात्रों के परिणाम घोषित नहीं करने तथा बिना समय दिए प्रैक्टिकल शुरू कराने के विरोध में छात्र संगठनों ने राजकीय कालेज के सामने प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना की वजह से प्रमोट किए गए कॉलेज छात्रों के परिणाम घोषित नहीं करने तथा बिना समय दिए प्रैक्टिकल शुरू कराने के विरोध में छात्र संगठनों ने राजकीय कालेज के सामने प्रदर्शन किया। जिसमें राजकीय महिला कालेज की भी काफी संख्या में छात्राएं शामिल रही। उसके बाद विश्वविद्यालय के बाहर भी जमकर बवाल काटा। छात्र संगठनों के विरोध के बाद चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) ने प्रैक्टिकल की तिथि 24 दिसंबर से बढ़ा कर 31 दिसंबर कर दी।
मंगलवार को विश्वविद्यालय ने प्रैक्टिकल के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। जिसके विरोध में छात्र संगठन उतर आए। एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद), इनसो (इंडियन नेशनल स्टूडेंटस आर्गेनाइजेशन) और एसएफआइ (स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया) ने चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के सामने प्रदर्शन किया और रजिस्ट्रार प्रो. राजेश पूनिया को ज्ञापन सौंपा। छात्र संगठनों ने आपत्ति जताई कि विश्वविद्यालय ने बगैर पूर्व सूचना के अचानक प्रैक्टिकल लेने का फरमान जारी कर दिया। प्रैक्टिकल का समय 24 दिसंबर तक दिया गया, जिसकी सूचना 15 दिसंबर को जारी की गई। इतने कम समय में विद्यार्थी बगैर तैयारी के कैसे प्रैक्टिकल दे सकते हैं। जबकि वे प्रमोट होने के बाद अगली कक्षा की पढ़ाई कर रहे हैं।
छात्र संगठनों ने कहा कि कुछ विश्वविद्यालय प्रमोट किए विद्यार्थियों का रिजल्ट भी जारी कर चुके हैं, लेकिन चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय रिजल्ट जारी करने में देरी कर रहा है। रजिस्ट्रार प्रो. राजेश पूनिया ने छात्र संगठनों की मांग पर प्रैक्टिकल के लिए अतिरिक्त समय देने और प्रैक्टिकल के बाद जल्द रिजल्ट घोषित करने का आश्वासन दिया।
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दिया है अतिरिक्त समय
परीक्षा नियंत्रक डा. राजेश बंसल ने बताया कि छात्रों की मांग पर प्रैक्टिकल के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है। पहले प्रैक्टिकल के लिए 24 दिसंबर तक का समय दिया गया था। जिसकी डेट अब 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है। थ्योरी की परीक्षा नहीं ली जाएगी।