शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ रहे कोरोना संक्रमित
कोरोना की तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण की दर में कमी आने लगी है। चार दिन पहले जहां हर तीसरा सैंपल पाजिटिव मिल रहा था।
जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना की तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण की दर में कमी आने लगी है। चार दिन पहले जहां हर तीसरा सैंपल पाजिटिव मिल रहा था, लेकिन पाजिटिव मिलने की दर में प्रतिदिन सुधार हो रहा है। शनिवार 989 रिपोर्ट में हर छठा सैंपल पाजिटिव मिला है। शहरी एरिया के बाद अब ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। जिले में फिलहाल 879 कोरोना के सक्रिय केस हैं। इसमें से 433 ग्रामीण व 446 शहरी एरिया संक्रमित हैं। तीसरी लहर में संक्रमण की दर 8.72 पहुंच गई हैं। पहली लहर में 3.42 व दूसरी में 6.20 संक्रमित मिलने की दर रही थी। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग को मिली 989 रिपोर्ट में से 168 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। संक्रमितों में चार पुलिस कर्मियों शामिल हैं। इनमें एक सिटी थाना, एक सीआइए स्टाफ, दो गढ़ी थाना, एक सीएससी जुलाना, एक सफीदों अस्पताल कर्मी, दो नरवाना अदालत, एक कोआप्रेटिव बैंक नरवाना कर्मी, एक सिविल अस्पताल जींद कर्मी शामिल हैं। राहत की बात यह है कि 153 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हुए हैं और संक्रमित ठीक होने की दर 48.42 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2034 लोगों को निगरानी में रखा गया है। शनिवार को विभाग द्वारा 1116 सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजा है। अबतक विभाग चार लाख 28 हजार 191 लोगों के सैंपल ले चुका है। जिनमें से 22 हजार 922 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जबकि 540 लोगों की मौत हुई है। 21 हजार 503 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हुए हैं। विभाग को 989 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है।
स्वास्थ्य विभाग दे रहा सैंपलिग को बढ़ावा
स्वास्थ्य विभाग की टीमें डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला के नेतृत्व में लगातार सैंपलिग को बढ़ावा दिए हुए हैं। डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला को साफ निर्देश दिए गए हैं कि सैंपलिग को लेकर टीमों की लापरवाही व कोताही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रति लापरवाही ही कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देती है। ऐसे में अब हम सबका परम कर्तव्य बन गया है कि कोरोना संक्रमण के लिए जरूरी मास्क, शारीरिक दूरी, हैंडवाशिग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अभी भी कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड है और लगातार वैक्सीनेशन और सैंपलिग कार्य किया जा रहा है। डा. भोला ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को या उसके परिवार के अन्य सदस्यों को जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत, स्वाद या गंध नहीं आने की शिकायत है ऐसे लोगों को तत्काल कोरोना जांच करवानी चाहिए।
12 दिन में 1465 ने लगवाई सर्तकता डोज
स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंट लाइन कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के लिए सर्तकता डोज लगाने की अभियान की शुरुआत हुए 12 दिन हो चुके हैं, लेकिन कर्मचारी इसको लगाने में रुचि नहीं ले रहे हैं। अब तक 1465 लोगों ने ही सर्तकता डोज लगवाई है। इसमें स्वास्थ्य व फ्रंट लाइन कर्मचारियों के साथ-साथ सीनियर सिटीजन भी शामिल हैं। शनिवार को भी 13 ने सर्तकता डोज लगवाई। इसमें नौ स्वास्थ्य कर्मी, दो फ्रंट लाइन कर्मचारी व दो सीनियर सिटीजन ने यह डोज लगवाई। वहीं शनिवार को जिले अभियान के दौरान 2876 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। इसमें 556 लोगों ने पहली डोज व 1945 लोगों ने दूसरी डोज लगवाई। इसके अलावा 15 से 18 आयु वर्ग के 362 किशोरों ने पहली डोज लगवाई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में अब तक आठ लाख 86 हजार 879 लोगों ने पहली डोज, छह लाख आठ हजार 484 लोगों ने दूसरी डोज लगवाई। 15 से 18 आयु वर्ग में 33 हजार 750 किशोरों ने वैक्सीन लगवाई है।