सीएम फ्लाइंग व पुलिस की छापेमारी, जींद, सफीदों, जुलाना से 88 बोतल शराब और 10 लीटर कच्ची शराब बरामद
हरियाणा में जहरीली शराब के कारण हो रहे मौत के तांडव से जहां हर कोई सकते में है तो जिला पुलिस ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को युद्ध स्तर पर छापेमारी अभियान चलाया।
जागरण संवाददाता, जींद : हरियाणा में जहरीली शराब के कारण हो रहे मौत के तांडव से जहां हर कोई सकते में है तो जिला पुलिस ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को युद्ध स्तर पर छापेमारी अभियान चलाया। जींद में अवैध शराब के नेटवर्क को तोड़ने की खातिर सीएम फ्लाइंग और जिला पुलिस के संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए जींद, जुलाना और सफीदों से अवैध शराब की 88 बोतल और एक चलती भट्ठी को पकड़ा। इस तरह की कार्रवाई से शराब का अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया और वह अपने खुर्दे बंद कर फरार हो गए। सोनीपत, पानीपत, फरीदाबाद में जहरीली शराब के कारण पिछले चार दिनों में 31 मौतें हो चुकी हैं। इस तरह के हालात जींद में पैदा नहीं हो, इसके लिए सीएम फ्लाइंग के इंचार्ज रविद्र के नेतृत्व में जींद में चार स्थानों पर, जुलाना में एक तथा सफीदों के गांव रोहड़ में टीम ने दस्तक दी। जींद में भटनागर कालोनी के पास खुर्दा चला रहे राहुल को काबू कर उसके कब्जे से 12 बोतल, सफीदों गेट पर जयवीर के कब्जे से 12 बोतल, सब्जी मंडी गेट के पास राजा के खुर्दे से 12, एक अन्य व्यक्ति के कब्जे से 12 बोतल तथा जुलाना में खुर्द से 40 बोतल शराब बरामद की। सफीदों के गांव रोहड़ निवासी मेजर सिंह के मकान में टीम ने चलती हुई भट्टी को पकड़ कर लगभग दस लीटर कच्ची शराब तथा काफी मात्रा में लाहण बरामद किया है। इसके अलावा सिघाना गांव के सीटू से 9 बोतल, इसी गांव के मोहित से 24 बोतल व रत्ताखेड़ा गांव निवासी जयभगवान 19 बोतल शराब की बरामद की। छापेमारी से पहले खुफिया तंत्र के माध्यम से पुलिस ने पूरी जानकारी जुटाई थी। पकड़े गए लोगों के खिलाफ संबंधित थाना पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए हैं। सीएम फ्लाइंग के डीएसपी रविद्र कुमार ने बताया कि जिला पुलिस के सहयोग से पांच स्थानों पर अवैध खुर्दे तथा एक स्थान पर चलती हुई भट्ठी को पकड़ा है। सभी के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। ------------------ अतीत में जुलाना और नरवाना में हो चुकी है जहरीली शराब पीने से मौतें लॉकडाउन के दौरान शराब ठेके बंद थे, उस दौरान जहरीली शराब पीने से नगर पालिका में काम करने वाले एक कर्मचारी की मौत हो गई थी। उस दौरान भी एक बार पुलिस ने अवैध शराब के नेटवर्क को तोड़ने की खातिर कार्रवाई तेज की थी लेकिन उसके बाद फिर से कार्रवाई ठंडी पड़ गई। 20 साल पहले नरवाना के कलौदा गांव में भी एक व्यक्ति की मौत जहरीली शराब पीने से हुई थी।