रामलीला के मंचन में सरकार की एडवाइजरी का रखा जाएगा ध्यान : भारतभूषण
श्रीरामा भारतीय कला केंद्र द्वारा नरवाना में करवाई जा रही ऐतिहासिक रामलीला में इस बार कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए कुछ नई झलकियां पेश नहीं की जा सकेंगी लेकिन इसका मंचन पुराने से बेहतर रहेगा।
संवाद सूत्र, नरवाना : श्रीरामा भारतीय कला केंद्र द्वारा नरवाना में करवाई जा रही ऐतिहासिक रामलीला में इस बार कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए कुछ नई झलकियां पेश नहीं की जा सकेंगी, लेकिन इसका मंचन पुराने से बेहतर रहेगा। यह दावा किया है कला केंद्र के प्रधान भारत भूषण गर्ग ने नवरात्र के प्रथम दिवस से शुरू रामलीला मंचन के संबंध में प्रेस वार्ता में। भारत भूषण गर्ग ने कहा कि रामलीला मंचन की अनुमति के लिए नगर परिषद प्रधान प्रतिनिधि सुदेश चोपड़ा की अगुआई में वह उपायुक्त से मिले थे, तो उन्होंने सरकार की हिदायतों अनुसार मंचन करवाने की हामी भरी। रामलीला मंचन के समय सभी दर्शकों के लिए मॉस्क पहनना अनिवार्य होगा और पंडाल और मंच को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा। इस बार रामलीला का रूप छोटा ही रहेगा और कलाकारों को रिहर्सल के लिए समय भी थोड़ा ही मिल पाया है। फिर भी जो ²श्य दिखाए जाएंगे, उनका प्रदर्शन शानदार रहेगा। रामलीला मंचन का समय रात्रि 8.30 से 11.30 बजे तक होगा। उन्होंने रामलीला में समय-समय पर सहयोग के लिए समाजसेवी रमेश गर्ग, पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला, रामनिवास सुरजाखेड़ा विधायक का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि शनिवार को रामलीला मंचन में अयोध्या में महाराजा दशरथ के घर राम के रूप में पुत्र रत्न प्राप्त हुआ। जिसमें दशरथ की भूमिका में पंडित मेहरचन्द पुजारी दिखे, तो विशाल शर्मा राम के रूप में अवतरित हुए।
पूर्व कलाकरों के निधन पर जताया शोक
उन्होंने 1952 से रामलीला मंचन से जुड़े कला केंद्र के सरपरस्त लक्ष्मण देव आर्य, श्रवण कुमार, राजेश कोविद तथा अमित मित्तल के पिछले दिनों हुए निधन पर शोक व्यक्त किया और परमपिता से उन दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।