जाति-धर्म की बातों से भला नहीं होगा, शिक्षा-स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर करेंगे वोट
दैनिक जागरण की ओर से कैथल रोड स्थित राजकीय आइटीआइ में हर वोट कुछ कहता है मतदाता जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में छात्राओं ने अपने विचार सांझा किए और वे किन मुद्दों पर वोट डालने जाएंगी उनके बारे में चर्चा की। शिक्षिकाओं ने भी छात्राओं को मतदान का महत्व बतलाते हुए लोकतंत्र की मजबूती के लिए वोट डालने का आह्वान किया।
जागरण संवाददाता, जींद : दैनिक जागरण की ओर से कैथल रोड स्थित राजकीय आइटीआइ में हर वोट कुछ कहता है, मतदाता जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में छात्राओं ने अपने विचार सांझा किए और वे किन मुद्दों पर वोट डालने जाएंगी, उनके बारे में चर्चा की। शिक्षिकाओं ने भी छात्राओं को मतदान का महत्व बतलाते हुए लोकतंत्र की मजबूती के लिए वोट डालने का आह्वान किया। छात्राओं का कहना था कि इस बार वे मतदान देश के भविष्य को ध्यान में रखकर करेगीं ना कि परिवार और समाज के दबाव में। पहले की तुलना में अब मतदाता जागरूक हो गया है और किसी के बहकावे में आने वाला नहीं है। बसों की समस्या दूर की जाए
गांवों से स्कूल व कॉलेजों में आने वाली छात्राओं को काफी परेशानी होती है। पर्याप्त बसें नहीं होने से समय पर नहीं पहुंच पाती। हर रोज कई घंटे उनके गांव से आने जाने में ही खराब हो रहे हैं। जो इस समस्या को दूर करने का वायदा करेगा, वोट वे उसी को देंगे।
मुस्कान, छात्रा शिक्षा के दिशा में उठाएं कदम
शिक्षा के दिशा में और कदम उठाए जाने चाहिए। अब उच्च शिक्षा को भी सभी वर्गाें के लिए निशुल्क कर दिया जाना चाहिए, ताकि कोई भी शिक्षा से वंचित ना रहे। पार्टियों को चुनावी घोषणा पत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों को जगह देनी चाहिए। जाति-धर्म की बातों से देश का भला नहीं होने वाला है।
सिमरन, छात्रा देशहित में करें मतदान
लोकतंत्र में चुनाव बहुत अहम है। हमें हमारे लोकतंत्र को और मजबूत करने के लिए मतदान के लिए आगे आना चाहिए। लोकतंत्र में अगर मतदाता ठान ले तो फिर अच्छे लोग चुन कर संसद में जाएंगे, जो क्षेत्र की आवाज सही से उठा सकते हैं।। हमें स्वार्थ को त्यागकर देशहित में मतदान करना चाहिए।
बिमला दूहन, शिक्षिका लोगों को समझ आ रहा मत का महत्व
कुछ चुनाव पूर्व लोगों को मतदान जरूरी नहीं लगता था। उन्हें यह फालतू की चीज नजर आती थी, लेकिन अब सोच में बदलाव हुआ है। कभी 50 प्रतिशत से कम लोग मतदान करते थे जो आंकड़ा 75 प्रतिशत से ज्यादा पर पहुंच चुका है। जिससे पता चलता है कि अब लोगों को मतदान की अहमियत पता है।
शशिबाला, शिक्षिका स्वार्थ की राजनीति करने वालों को सिखाएं सबक
कुछ लोग देशहित की बजाय स्वार्थ की राजनीति करते हैं। जिनकी वजह से बाकी लोगों को भी संदेह की ²ष्टि से देखता है। मतदाता जागरूक बनें और ऐसे लोगों को सबक सिखाएं। जिस प्रत्याशी को वोट दें, उसके बारे में पहले पता करें कि वह कितना योग्य है और अगर वह जीत जाता है, क्षेत्र की आवाज उठाएगा।
निक्की, छात्रा