ऊपर उठाए गए मकानों के नीचे से 40 जैक चोरी
शहर के पटेल नगर में चोरों ने जैकों पर उठाए गए दो मंजिला मकान के नीचे से 40 जैकों को चोरी कर लिया। गनीमत यह रही कि जैक निकालने के बाद मकान गिरा नहीं और आसपास के मकान भी सुरक्षित बच गए।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर के पटेल नगर में चोरों ने जैकों पर उठाए गए दो मंजिला मकान के नीचे से 40 जैकों को चोरी कर लिया। गनीमत यह रही कि जैक निकालने के बाद मकान गिरा नहीं और आसपास के मकान भी सुरक्षित बच गए। बस्ती के बीच चोरी हुए जैकों की घटना पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर रही है। मकान को ऊंचा उठाने वाले ठेकेदार की शिकायत पर शहर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। गांव जुलानी निवासी दिलबाग ने पटेल नगर में दो मंजिला मकान बनाया हुआ है। मकान का लेवल गली से नीचा होने के चलते उन्होंने गांव पेटवाड़ निवासी कुलबीर को मकान ऊंचा उठाने का ठेका दिया हुआ है। पिछले एक पखवाड़े से कुलबीर मजदूरों के साथ जैकों की सहायता से मकान को ऊंचा उठा रहे हैं और लगभग अढ़ाई फीट तक सुरक्षित रूप से मकान को उठाया जा चुका है। मकान में 170 जैकों का प्रयोग किया गया है। बीती रात चोर मकान को ऊंचा उठाने के लिए लगाए गए जैकों में से 40 जैकों को चोरी कर ले गए। घटना का उस समय पता चला जब मजदूरों तथा मिस्त्रियों का ध्यान जैकों की तरफ गया। जब उन्होंने जैकों की गिनती की तो उनकी संख्या कम मिली और साथ ही जैकों के बीच की दूरी भी ज्यादा मिली। गनीमत यह रही कि 40 जैक चोरों द्वारा चोरी किए जाने के बाद भी दो मंजिला इमारत सुरक्षित खड़ी रही और हादसा होने से बच गया। ठेकेदार दलबीर की शिकायत पर शहर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बड़ा हादसा होने से बचा
मकान को ऊंचा उठाया जा रहा है उसके तीन तरफ गली लगती है, जबकि एक साइड मकान बने हुए हैं। मकान अढ़ाई फीट तक जैकों पर उठ चुका है। अगर जैक निकालते समय मकान का दबाव ज्यादा बढ़ता तो पूरा मकान धाराशायी हो सकता था और साथ में बगल में बने दूसरे मकानों के लिए भी खतरा बन सकता था। जिस तरीके से जैकों को निकाला गया है उससे साफ जाहिर है कि उन लोगों को मकान के पूरे हालातों के बारे में जानकारी थी और जैकों को उन्हीं स्थानों से चोरी किया जहां पर नीचे निर्माण कार्य हो चुका था और निश्चित अंतराल के बाद ही जैकों को दीवार के नीचे से हटाया गया। दबाव तो बढ़ा लेकिन मकान सुरक्षित बच गया। मिस्त्री सूरजभान ने बताया कि जैकों को दीवार के नीचे से निकाले जाने के कारण दबाव तो बढ़ा लेकिन मकान सुरक्षित बच गया। जिन दीवारों के नीचे पक्का निर्माण कार्य हो चुका था, उसी साइड के जैकों को चोरी किया गया है और वह भी एक निश्चित अंतराल के बाद।