ब्राह्मण सभा ने हवन कर मनाई परशुराम जयंती
भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर ब्राह्मण सभा जींद ने सफीदों रोड स्थित भगवान परशुराम मंदिर धर्मशाला में जन कल्याण के लिए हवन किया। प्रसाद भी वितरित किया गया।
जागरण संवाददाता, जींद : भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर ब्राह्मण सभा जींद ने सफीदों रोड स्थित भगवान परशुराम मंदिर धर्मशाला में जन कल्याण के लिए हवन किया। प्रसाद भी वितरित किया गया। प्रधान सियाराम शास्त्री ने परशुराम जयंती की बधाई देते हुए लोगों से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए घरों पर ही रहने और मास्क का प्रयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे समय में एक-दूसरे की मदद करें। अपने सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों की मदद के लिए सहयोग करें। इस मौके पर ब्राह्मण सभा कार्यकारिणी के सदस्य भी मौजूद रहे।
परशुराम के आदर्शो पर चलकर कोरोना संकट का मुकाबला करें : पवन शर्मा
जागरण संवाददाता, जींद : जप, तप, व्रत, पूजा, पाठ करना ही धर्म नहीं है, बल्कि अनीति व अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करना भी धर्म है। उक्त उद्गार आचार्य पवन शर्मा ने शक्ति व भक्ति के प्रतीक भगवान परशुराम की जयंती के अवसर पर अक्षय तृतीया को माता वैष्णवी धाम में शुक्रवार को व्यक्त किए। आचार्य ने कहा कि अधर्म का उन्मूलन व धर्म का संस्थापन एक ही रथ के दो पहिये हैं। दोनों का समन्वय बने रहने से सृष्टि का संतुलन भी ठीक रहता है। इसलिए धर्म रक्षा के लिए इन दोनों की बराबर जरूरत है। आचार्य ने कहा कि भगवान परशुराम के क्रोध की चर्चा बार-बार होती रहती है। लेकिन उसके कारणों की खोज बहुत कम हुई है। क्रोध वह वर्जित है, जो स्वार्थ अथवा अहंकार की तुष्टि के लिए किया जाए। अन्याय के विरुद्ध क्रुद्ध होना, तो मानवता का चिह्न है। आचार्य ने कहा कि भगवान परशुराम विष्णु के अवतार हैं, उन्हें अमरत्व प्राप्त है। उन्होंने न केवल समाज को एक नई दिशा प्रदान की है, बल्कि उसे असामाजिक तत्वों से भी मुक्त कराया है। कोरोना महामारी के इस विकट समय में भगवान परशुराम के आदर्शों पर चलकर प्रबल आत्मशक्ति का संचय कर इस संकट का डटकर मुकाबला करें।