बोर्ड ने रिटायर्ड शिक्षकों और प्रिसिपल को बनाया सुपरिटेंडेंट, आनन-फानन में आब्जर्वर में से लगाई ड्यूटी
हरियाणा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 7 मार्च से शुरू हो रही हैं। परीक्षा में बोर्ड ने ड्यूटी पर लगाए गए शिक्षकों को मंगलवार को सब्जी मंडी के नजदीक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में परीक्षा से संबंधित सामग्री वितरित की गई। बोर्ड से भेजी गई ड्यूटी कंफर्म की गई। परीक्षा के लिए जिले में 103 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : हरियाणा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 7 मार्च से शुरू हो रही हैं। परीक्षा में बोर्ड ने ड्यूटी पर लगाए गए शिक्षकों को मंगलवार को सब्जी मंडी के नजदीक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में परीक्षा से संबंधित सामग्री वितरित की गई। बोर्ड से भेजी गई ड्यूटी कंफर्म की गई। परीक्षा के लिए जिले में 103 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक सुपरिटेंडेंट नियुक्त किया गया है। नियुक्त किए गए 103 सुपरिटेंडेंट में से 94 ही मंगलवार को परीक्षा से संबंधित सामग्री लेने उठाने पहुंचे, जबकि 19 नहीं आए। जो थैला लेने नहीं आए, उनमें से दो पहले ही रिटायर हो चुके हैं। पांच ने बीमारी का हवाला देते हुए मेडिकल सर्टिफिकेट देकर ड्यूटी से नाम कटवा लिया। बाकी को स्कूल का प्रिसिपल है या उनके पास उस स्कूल की डीडी पावर है। बोर्ड की हिदायतों के अनुसार प्रिसिपल या जिसके पास डीडी पावर है, उसकी बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी नहीं लगेगी। रिजर्व में रखे गए स्टाफ की सूची विभाग ने मंगलवार को ही जारी की। रिजर्व स्टाफ को सूचना भेज कर उन्हें बुलाया गया। रिजर्व में टीजीटी स्टाफ को रखा गया था। उन्हें 12वीं की परीक्षा केंद्र में सुपरिटेंडेंट नहीं लगाया जा सकता। इससे बोर्ड द्वारा लगाए आब्जर्वर को सुपरिटेंडेंट बनाया गया। देर शाम तक भी पूरी तरह से ड्यूटी निर्धारित नहीं हो सकी थी।
बताया जा रहा है कि अभी भी चार थैले बाकी हैं। उसके लिए ड्यूटी तो लगाई गई है, लेकिन बुधवार को ही तय होगा कि वे परीक्षा सामग्री लेने आते हैं या नहीं। बोर्ड की तरफ से नियुक्त सुपरिटेंडेंट रामअवतार सोनी ने बताया कि सुपरिटेंडेंट की ड्यूटी निर्धारित कर दी गई हैं और बोर्ड को इसकी सूची भेज दी गई है। सारी ड्यूटी कंप्यूटराइज होती हैं। बोर्ड की तरफ से लिस्ट लगाई गई हैं। लिस्ट उठाने में कुछ कमी रह सकती है। वित्त वर्ष का अंतिम महीना चल रहा है। उसमें प्रिसिपल की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती हैं। इसलिए बोर्ड की हिदायत के अनुसार प्रिसिपल की ड्यूटी नहीं लगाई जाती है।
अजीत श्योराण, जिला शिक्षा अधिकारी, जींद।