जहर निगलने से पहले दोनों बेटों को निकाल दिया था घर से बाहर
शहर की दया बस्ती निवासी बलराज ने बेटियों को जहर देने से पहले अपने दोनों बेटे नौ वर्षीय आर्यन और सात वर्षीय ईशांत को घर से बाहर भगा दिया।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर की दया बस्ती निवासी बलराज ने बेटियों को जहर देने से पहले अपने दोनों बेटे नौ वर्षीय आर्यन और सात वर्षीय ईशांत को घर से बाहर भगा दिया। दोनों बच्चों के बाहर जाते ही बलराज ने पहले से घर पर लाकर रखी जहरीली गोली निकाल ली और अपनी बेटी कोमल व काजल को एक-एक जहरीली गोली दे दी। इसके बाद खुद दो गोलियों को निगल लिया। किशोरियों ने इस दौरान बचाव के लिए शोर मचाया और पड़ोसी मौके पर पहुंचे, तो तब तक वह वारदात को अंजाम दे चुका था। इसके तुरंत बाद ही तीनों को निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। पड़ोसियों ने बताया कि बलराज का उसकी पत्नी राजबाला के साथ अक्सर झगड़ा रहता था और इसी घरेलू कलह के चलते 30 मई को पत्नी ने खुद ही जहरीला पदार्थ निगल लिया था। पत्नी द्वारा आत्महत्या करने के बाद ही बलराज मानसिक संतुलन खो बैठा था और उसकी पत्नी का शोक जताने के लिए जो भी जाता तो पत्नी की आत्महत्या की बात पर आपा खो बैठता था। शनिवार सुबह भी बलराज ने घर से पत्नी के कपड़ों को निकालकर घर के आंगन में डाल लिया था और उनके ऊपर बैठकर जोर-जोर से चिल्लाने लगा और पत्नी को याद करके विलाप किया। इस दौरान पड़ोसियों ने समझा बुझाकर शांत किया। इस दौरान बलराज कहता था कि वह जीना नहीं चाहता है। इस दौरान कहना था कि बेटे तो उसका वंश चला देंगे और बेटी उनकी इज्जत है। इसलिए उसने अपने दोनों बेटों को बाहर निकाल दिया और बेटियों को जहरीला पदार्थ दे दिया।
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सीमेंट, बजरी सप्लाई का करता था काम
परिजनों ने बताया कि बलराज काफी वर्ष से दया बस्ती में ही रहता था और सीमेंट, बजरी सप्लाई का काम करता था। इनकी सप्लाई के लिए उसने ट्रैक्टर ट्राली ली हुई थी। जहां पर पटियाला चौक क्षेत्र में घर निर्माण में प्रयोग करने के लिए सीमेंट सप्लाई करता था और इसी से गुजरा करता था। बलराज की बड़ी बेटी कोमल 11वीं कक्षा व काजल 9वीं कक्षा में पढ़ती है। जबकि उसके दोनों बेटे आर्यन व इशांत भी स्कूल जाते हैं।
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मृतक के शव का पोस्टमार्टम सोमवार सुबह हो पाएगा। फिलहाल परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। दोनों लड़कियों की हालात ठीक बताई गई है। लड़कियों के होश में आने के बाद पूरे मामले की जानकारी ली जाएगी।
यशवीर ¨सह, पटियाला चौक इंचार्ज