बाजरे का उठान नहीं होने से धान गिराने में बाधा बन रहे है बैग, आढ़तियों में रोष
बाजरा के बैगों का उठान नहीं होने व पैमेंट नहीं मिलने से आढ़तियों में प्रशासन के प्रति रोष है।
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संवाद सूत्र, जुलाना। बाजरा के बैगों का उठान नहीं होने व पैमेंट नहीं मिलने से आढ़तियों में प्रशासन के प्रति रोष पनप रहा है। आढ़तियों ने कहा कि 15 दिन पहले बाजरा की खरीद की गई थी, लेकिन आज तक बैगों का उठान नहीं किया गया है। धान की आवक तेज होने के कारण मंडी में धान गिराने की जगह की दिक्कत हो रही है। आढ़तियों ने जल्द से जल्द बाजरा के बैगों का उठान करवाने की मांग प्रशासन से की है।
जुलाना की नई अनाज मंडी में बाजरे की वेयर हाउस द्वारा सरकारी खरीद की जा रही है। वेयर हाउस ने बाजरे की खरीद तो कर ली है मगर बैगों का उठान करना भूल गया है। धान की आवक तेज हो चुकी है और मंडी में बाजरे के बैग रखे हुए हैं ऐसे में बैगों का उठान नहीं होने से धान को गिराने की जगह नहीं बची है जिसके कारण आढ़तियों एवं किसानों को अनेक दिक्कतों का सामान करना पड़ रहा है। पूर्व आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान मनोज ढिगाना सहित आढ़तियों ने कहा कि 12 अक्टूबर को खरीद की गई बाजरे के बैग भी अभी तक मंडी में रखे हुए हैं। 1200 के करीब बैग मंडी में जिनका उठान नहीं हुआ है। धान की आवक तेज होने के कारण धान गिराने की जगह की दिक्कत हो जिसके कारण किसान व आढ़तियों ने हो रही है। अभी तक बाजरे की पैमेंट किसान या उनके खाते में नहीं पहुंची है। पैमेंट के लिए किसान आढ़तियों के पास आ रहे हैं। आढ़ती मनोज ने बताया कि एक अक्टूबर को खरीद की गई बाजरे की पैमेंट उसके या किसान के खाते में नहीं आई है। पैमेंट में देरी होने से किसान मायूस हैं। प्रशासन को जल्द ही पैमेंट बाजरे की करनी चाहिए। जुलाना की नई अनाज मंडी में 12-13 हजार क्विटल के करीब बाजरे की सरकारी खरीद की गई है। मंडी में एक हजार के करीब बैगों का उठान होना बाकी है। एक-दो दिन में इन बैगों का उठान करवा दिया जाएगा। बाजरे की पैमेंट 18 अक्टूबर तक की प्रोसेस कर दी गई है। अप्रूवल मिलने के बाद पंचकूला से पैमेंट जारी कर दी जाएगी। पैमेंट किसान व आढ़ती दोनों के खाते में आई फार्म के हिसाब से की जाएगी।
अमरदीप, खरीद इंचार्ज वेयर हाऊस।