पीएम के मन की बात के समय किसानों ने कही खुद की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की। खटकड़ गांव से आगे टोल पर धरना दे रहे किसानों ने प्रधानमंत्री की मन की बात के समय खुद की बात रखी।
संवाद सूत्र, उचाना : साल के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की। खटकड़ गांव से आगे टोल पर धरना दे रहे किसानों ने प्रधानमंत्री की मन की बात के समय खुद की बात रखी। किसानों ने कहा कि जब प्रधानमंत्री हमारे मन की बात नहीं सुनते, तो हम क्यों उनके मन की बात सुनें। बांगर से हजारों किसान डाक के माध्यम से चिट्ठी लिख प्रधानमंत्री मोदी को खुद के मन की बात लिखेंगे। किसान इन पत्रों में तीनों कृषि कानूनों को रद करने की किसानों के मन की बात लिखेंगे। सर्व जातीय दाड़न खाप चबूतरा पालवां के महासचिव आजाद पालवां, खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर बरसोला ने कहा कि 25 से 27 दिसंबर तक टोल फ्री किसानों द्वारा प्रदेश में करवाए गए हैं। अब किसान नेता गुरनाम चढूनी के आह्वान पर प्रदेश में अनिश्चितकालीन समय तक टोल को फ्री करवाएंगे। जब तक किसानों की बात को सरकार नहीं मानती है, जब तक टोल फ्री करवाएंगे। किसान पिछले 32 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे है। इस आंदोलन में अब तक 40 के करीब किसान मौत का ग्रास बन चुके हैं। प्रधानमंत्री किसानों की मन बात को सुनने की बजाए अपने मन की बात कर रहे हैं।
ट्यूबवेल के कुएं में गिरने से युवक की मौत
जींद : गांव बराह कलां में खेतों में पानी देने गए युवक की ट्यूबवेल के कुएं में गिरने से मौत हो गई। मृतक के भाई हरिओम ने बताया कि 22 दिसंबर को उसका 32 वर्षीय उसका भाई विनोद खेतों में गेहूं में पानी लगाने के लिए गया हुआ था। जब वह कुएं में नीचे झुककर मोटर की तरफ देखने लगा तो बैलेंस गिरने से उसमें गिर गया। आसपास के लोगों ने उसी समय संभाल लिया, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया। विनोद को तुरंत ही नागरिक अस्पताल में दाखिल किया। जहां से पीजीआइ रोहतक रेफर कर दिया। जहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया।