आंगनबाड़ी वर्कर जारी रखेंगी धरना
माकपा ने आठ दिसंबर से जारी आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों की तालाबंद हड़ताल का समर्थन किया है। जिला कोषाध्यक्ष सुदेश देवी व जींद ब्लाक प्रधान रमेश देवी ने तालमेल कमेटी और अन्य यूनियनों की मुख्यमंत्री के साथ हुई वार्ता की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने कुछ मांगों को माना है।
जागरण संवाददाता, जींद : माकपा ने आठ दिसंबर से जारी आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों की तालाबंद हड़ताल का समर्थन किया है। जिला कोषाध्यक्ष सुदेश देवी व जींद ब्लाक प्रधान रमेश देवी ने तालमेल कमेटी और अन्य यूनियनों की मुख्यमंत्री के साथ हुई वार्ता की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने कुछ मांगों को माना है। लेकिन अभी भी कुछ मांगें ज्यों की त्यों है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा घोषित 1500 और 750 रुपये देने से इंकार कर दिया और कहा है कि हम पहले से ही अन्य राज्यों से ज्यादा दे रहे हैं। उन्होंने कुशल व अकुशल मजदूर का दर्जा देने के बारे में भी कोई फैसला नहीं किया। बल्कि साल 2018 में खुद की गई घोषणा से ही पीछे हट गए। वार्ता में बात हुई थी कि रिटायरमेंट से पहले दुर्घटना या साधारण मृत्यु पर आश्रित परिवार को तीन लाख मुआवजा देने की बात थी। लेकिन इसे प्रधानमंत्री बीमा योजना के साथ जोड़ कर केवल दो लाख रुपये दुर्घटना मृत्यु तक सीमित कर दिया है। पोषण ट्रैकर एप के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। इसलिए राज्य में आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर्स की हड़ताल जारी रहेगी। पांच जनवरी को करनाल या रोहतक में राज्य स्तरीय रैली होगी। जिसका निर्णय शुक्रवार को लिया जाएगा। रिपोर्ट देने समेत काम का बहिष्कार जारी रहेगा।