..और कागजों में ही कर दिया गली का निर्माण
वार्ड नंबर छह के हरिनगर कालोनी में नगर परिषद अधिकारियों से मिलीभगत कर ठेकेदार ने गलियों को कागजों में ही निर्माण कर बना दिया और उन गलियों की पेमेंट भी नगरपरिषद से ले ली गई।
संवाद सूत्र, नरवाना : वार्ड नंबर छह के हरिनगर कालोनी में नगर परिषद अधिकारियों से मिलीभगत कर ठेकेदार ने गलियों को कागजों में ही निर्माण कर बना दिया और उन गलियों की पेमेंट भी नगरपरिषद से ले ली गई। हकीकत में गली का निर्माण हुआ ही नहीं। इससे गली वासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गली नं 5 वासी धर्मवीर, अनिल, प्रीतम, गुलाब, पुरुषोत्तम, प्रदीप, चंपा, सुषमा, बलवंत ने बताया कि उनकी गली धर्मबीर के मकान से विश्वकर्मा मंदिर तक, का साल 2019 में नगरपरिषद द्वारा टेंडर लगाया गया था। परंतु दो साल बीत जाने के बाद भी उसको नहीं बनाया जा सका। उन्होंने कहा कि गली का निर्माण कराने के लिए पूर्व पार्षद अजय जांगड़ा के घर के चक्कर काटते रहे। लेकिन अजय जांगड़ा कहता कि उनकी गली का टेंडर हो चुका है और गली का निर्माण हो जाएगा। टेंडर होने के बावजूद भी गली को नहीं बनाया जा सका।
पूर्व पार्षद अजय जांगड़ा ने कहा कि नगर परिषद अधिकारियों ने सात मार्च, 2019 को वार्ड नं 6 की कुछ गलियों का टेंडर लगाया था और इसका वर्क आर्डर ठेकेदार को दे दिया गया था। उसने बताया कि 75 लाख रुपये के टेंडर में चार गलियों का निर्माण किया जाना था। जिसमें प्रताप सोंगरी से हरिकेश वाली गली, हिसार रोड से राजबीर के मकान तक तथा अन्य दो गलियां शामिल थी। परंतु ठेकेदार ने नप अधिकारियों से मिलीभगत कर उनको कागजों में ही बना दिया गया। यही नहीं उनकी पेमेंट ठेकेदार ने ले ली।
सीएम से लेकर एसडीएम तक की भ्रष्टाचार की शिकायत
पूर्व पार्षद अजय जांगड़ा ने कहा कि नगरपरिषद में गलियों के निर्माण में चल रहे भ्रष्टाचार की शिकायत उसने मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, जिला उपायुक्त, डीएमसी तथा एसडीएम को कर दी गई है। परंतु अभी तक उन शिकायतों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 600 फुट की गली का टेंडर भी 24.80 लाख रूपये का लगा दिया गया था। जोकि जनता द्वारा दिये गये टैक्स को फिजूलखर्ची में उड़ाया जा रहा है।
इस बारे में एसडीएम डा. सुरेंद्र बैनीवाल ने कहा कि वार्ड छह में गलियों का निर्माण कागजों में ही हुआ है, ऐसी कोई शिकायत उनके पास नहीं आई है। अगर ऐसी बात है, इस मामले की जांच करवाई जाएगी। अगर कोई दोषी मिलेगा तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।