ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाकर कोरोना संक्रमितों की जान बचा रहा अमन मोर
अमन मोर की जो घर-घर सिलेंडर पहुंचाने में न दिन देखते हैं न रात।
अमन मोर की जो घर-घर सिलेंडर पहुंचाने में न दिन देखते हैं न रात। महासिंह श्योरान, नरवाना : कोरोना महामारी के दौरान संक्रमितों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने के लिए युवा शक्ति संगठन के संचालक अमन मोर दिन-रात एक किए हुए हैं। अमन मोर की जो घर-घर सिलेंडर पहुंचाने में न दिन देखते हैं न रात। ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए रात को भी मरीजों के परिवार से कोई कॉल आ जाती है, तो वे तुरंत अपनी गाड़ी लेकर उनके घर पहुंचते है और उन्हें सिलेंडर मुहैया करवाते हैं। उनके इस सेवा कार्य को देखते हुए तीन स्कूलों ने भी अपनी गाड़ी उन्हें दे रखी हैं। इन गाड़ियों के तेल के लिए अब तक 16 हजार रुपये खर्च कर चुके हैं। गांव व शहर में जरुरतमंदों को तीन दर्जन ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचा चुके हैं। सोमवार को भी उन्होंने गांव जाजनवाला, उझाना, बेलरखां व नरवाना में मरीजों के घर जाकर सिलेंडर दिए। अमन मोर ने बताया कि वह इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहते हैं, इसलिए नरवाना एरिया के अलावा अगर किसी दूसरे जिले से ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड आती है तो उनको भी ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने में मदद करते हैं। अब तक वह सरकारी नियमानुसार हिसार के एक प्लांट से अब तक करीब 350 लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर दिलवा चुका है। उसने बताया कि कोराना की दूसरी लहर की शुरुआत में उसके दोस्त संदीप डूमरखां के पिता बीमार पड़ गए थे और उनको ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत थी। उस समय सिलेंडर के लिए काफी प्रयास के बाद हिसार प्लांट से उनको सिलेंडर मिला। उसके बाद उसने कोरोना पॉजिटिव को सिलेंडर उपलब्ध करवाने की मुहिम शुरू कर दी। अमन मोर ने बताया कि वह नरवाना के सरकारी अस्पताल को मिलने वाले 10 सिलेंडर भी अपने खर्चे पर ही जींद से लाता है और इसके लिए उसे सुबह-शाम दो बार जाना पड़ता है, जबकि अस्पताल द्वारा पहले ये ऑटो द्वारा मंगवाए जाते थे जिसमें अधिक टाइम लगता था।