सीएम की घोषणा के बाद पीएचसी-सीएचसी भवन तो बने, नहीं मिला पूरा स्टाफ
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फरवरी 2017 में नगूरां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) तथा अलेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के निर्माण की घोषणा के साथ स्टाफ की कमी को पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे।
कृष्ण खटकड़, अलेवा : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फरवरी 2017 में नगूरां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) तथा अलेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के निर्माण की घोषणा के साथ स्टाफ की कमी को पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की उम्मीद जगी थी। घोषणा के बाद पीएचसी व सीएचसी का निर्माण तो हो गया, लेकिन आज तक भी पूरा स्टाफ नहीं मिला। नगूरां पीएचसी में एक मेडिकल ऑफिसर मेल तथा एक महिला, एक दंत चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट, दो स्टाफ नर्स, एक लैब टेक्नीशियन, एक महिला सुपरवाइजर के अलावा, एक पुरुष सुपरवाइजर तथा तीन आउटसोर्सिग पर कर्मचारियों के पद भरने की स्वीकृति प्रदान की थी। लेकिन चार साल बीतने के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक नगूरां पीएचसी में एक महिला मेडिकल ऑफिसर के साथ एक पुरुष सुपरवाइजर के अलावा आउटसोर्सिग पर तीन कर्मचारियों की ही नियुक्ति की है। नगूरां पीएचसी पर स्टाफ की कमी के चलते दवा वितरण से लेकर अन्य कार्य आउटसोर्सिग पर लगे कर्मचारियों से लिए जा रहे हैं। डॉक्टर के तीन दिन पीएचसी पर आने के चलते इन कर्मचारियों से दवा लेने में लोग हिचक रहे हैं। जहां हमें छोड़ा, आज भी वहीं हैं
निवर्तमान सरपंच जसवंत ने कहा कि सीएम की घोषणा के बाद नगूरां पीएचसी के निर्माण के बाद स्टाफ के मामले में कुछ नहीं बदला है। लोगों को आज भी पीएचसी पर घोषणा के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल रही हैं। इसके लिए जल्द पंचायत मुख्यमंत्री को मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग को लिखा पत्र
सीएचसी अलेवा के वरिष्ठ दंत चिकित्सक विनोद ने बताया कि पीएचसी नगूरां पर स्टाफ की कमी से लोगों को दिक्कत आ रही है। नगूरां पीएचसी पर एक मेडिकल ऑफिसर मेल, एक दंत चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट, दो स्टाफ नर्स, एक लैब टेक्नीशियन, एक महिला सुपरवाइजर के पद खाली हैं। स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा हुआ है।