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प्रशासन ने किलाजफरगढ़ व पौली में खोदी सड़क, स्थानीय किसानों ने बंद की

किसानों के दिल्ली कूच को रोकने के लिए जुलाना में जींद-रोहतक मार्ग पर किलाजफरगढ़ के पास प्रशासन ने 60 फीट लंबी और 5 फीट गहरी खाई खोद दी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 07:40 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 07:40 AM (IST)
प्रशासन ने किलाजफरगढ़ व पौली में खोदी सड़क, स्थानीय किसानों ने बंद की
प्रशासन ने किलाजफरगढ़ व पौली में खोदी सड़क, स्थानीय किसानों ने बंद की

संवाद सूत्र, जुलाना: किसानों के दिल्ली कूच को रोकने के लिए जुलाना में जींद-रोहतक मार्ग पर किलाजफरगढ़ के पास प्रशासन ने 60 फीट लंबी और 5 फीट गहरी खाई खोद दी। पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच को लेकर स्थानीय किसान भी काफी उत्साहित थे। ऐसे में किलाजफरगढ़ के किसानों ने कहा कि वे खुद के खेतों से रास्ता देकर किसानों को दिल्ली तक पहुंचाकर ही दम लेंगे। पुलिस और प्रशासन के जाते ही स्थानीय लोगों ने किलाजफरगढ़ गांव के पास खोदी गई खाई को भर दिया और वाहनों को आगे बढ़ने दिया गया। वाहनों को रोहतक पहुंचने से पहले लाखनमाजरा नहर के पास खोदी खाई से होकर भी गुजरना था। खाई कई फीट तक गहरी थी और वाहनों का कई किलोमीटर तक जाम लग गया।

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शामलो कलां के किसान नेता विक्रम मलिक ने कहा कि किसानों को उनका हक मांगने का पूरा हक है। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि उन्हें अनुमति दे लेकिन उल्टा सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है। किसान लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देना चाहते हैं। बावजूद इसके हरियाणा सरकार उन्हें आगे नहीं बढ़ने दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जान बूझकर टकराव की स्थिति पैदा कर रही है और दोष किसानों के माथे मढ़ा जा रहा है। प्रशासन के आदेशों पर सड़क को रोका गया था। आमजन की परेशानियों को देखते हुए कदम उठाया गया था लेकिन उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद सड़क को खोल दिया गया है। किसानों को शांतिपूर्वक तरीके से दिल्ली के लिए भेज दिया गया है।

-मनोज अहलावत, ड्यूटी मजिस्ट्रेट, जुलाना


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