नशा करने और बेचने वालों में 70 फीसद युवा, इस साल सौ केस दर्ज, 120 गिरफ्तार
जिले को नशे के सौदागर तेजी से युवा पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में ले रहे हैं। नशे असर नरवाना, उचाना व सफीदों में तेज से बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, जींद : जिले को नशे के सौदागर तेजी से युवा पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में ले रहे हैं। नशे असर नरवाना, उचाना व सफीदों में तेज से बढ़ रहा है। नशे बेचते हुए और नशा करते हुए पकड़े गए लोगों में 70 प्रतिशत युवा होते हैं। इस वर्ष अब तक सौ के करीब केस एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किए हैं। पुलिस ने इन मामलों में 120 के करीब लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि वर्ष 2017 में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 47 मामले दर्ज कर 61 लोगों को गिरफ्तार किया था। नशे के मामलों की संख्या पर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिले में नशे के खिलाफ मुहिम चलाई हुई है और नशे के कारोबार से जुड़े लोगों को चिह्नित कर उनको सलाखों के पीछे डाला जा रहा है और जल्द ही इनके सकारात्मक परिणाम सामने दिखाई देंगे।
नशे की तस्करी बढ़ने के साथ ही युवा पीढ़ी भी इसकी गिरफ्त में आ रहा है। जींद में सबसे ज्यादा नशे का कारोबार पुराना शहर में हो रहा है। नशे को पूरा करने के लिए अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। पिछले दिनों पुलिस ने एक चोर गिरोह को पकड़ा था। जहां पर सामने आया कि गांव निडाना के युवक पर चोरी के सौ के करीब मामले दर्ज हो चुके हैं और वह अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए चोरी करता है।
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पंजाब के रास्ते पहुंच रहे नशीले पदार्थ
जींद जिले की पंजाब के साथ सीमा सटी होने के कारण नशा बढ़ रहा है। पुलिस द्वारा पकड़े गए अधिकतर मामलों में नशीला पदार्थ पंजाब के रास्ते से जिले में पहुंचा है। नशे के सौदागर पंजाब से सीधे ही नरवाना के रास्ते जिले के विभिन्न हिस्सों में नशा पहुंचा रहे हैं। पकड़े गए कुछ मामलों में नशे के कारोबारियों के तार लखनऊ यूपी व बिहार से जुड़े हुए मिले। जहां से आरोपित ट्रेन व दूसरे वाहनों के माध्यम से सीधे ही नशे की खेप पहुंचा रहे हैं, लेकिन मुख्य सरगना किसी न किसी तरीके से निकलने में कामयाब हो रहे हैं।