लीड : रोक के बावजूद चल रहे 3 भट्ठे सील, खेतों में जल रही पराली, एक्यूआइ 410 पर पहुंचा
डीसी कार्यालय आई थी भट्ठे चलने की शिकायत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने की कार्रवाई
डीसी कार्यालय आई थी भट्ठे चलने की शिकायत, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने की कार्रवाई
फोटो : 9 से 11 जागरण संवाददाता, जींद : शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। वीरवार को दिनभर शहर में स्मॉग छाया रहा। सुबह से ही आंखों में जलन होती रही और पानी भी निकलता रहा। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) में पीएम 2.5 का स्तर 410 पर पहुंच गया। जो स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। खेतों में पराली जलने, बड़े स्तर पर चल रहे निर्माण कार्यों और वाहनों की वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है। वहीं रोक के बावजूद चोरी-छिपे भट्ठे चलाए जा रहे हैं। हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने चलते पाए गए तीन भट्ठों को सील किया है। एनजीटी ने एनसीआर में भट्ठों को चलाने पर रोक लगाई हुई है। डीसी कार्यालय में किसी ने चार भट्ठों के चलने की शिकायत की थी। जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने फायर ऑफिसर, डीएसफएससी कार्यालय के अधिकारियों और संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी को साथ लेकर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान ईगराह गांव में दो भट्ठे चलते पाए गए। वहीं एक भट्ठा खटकड़ गांव में चलता पाया गया। उचाना में भी एक भट्ठे के चलने की शिकायत मिली थी। लेकिन जब टीम वहां पहुंची, तो भट्ठा बंद मिला। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रिजनल अधिकारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि कार्रवाई करते हुए चलते मिले तीनों भट्ठों को सील कर दिया गया है। अगर कोई भट्ठा चलता मिलता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। आसमान में छाया स्मॉग, आंखों में हो रही जलन
प्रदूषण का स्तर बढ़ने से वीरवार को दिनभर आसमान में स्मॉग छाया रहा। अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम 14 डिग्री रहा। वहीं हवा भी नहीं चल रही है। पराली जलाने पर रोक है। लेकिन प्रशासन की सख्ती के बावजूद खेतों में पराली जल रही है। हवा नहीं चलने की वजह से पराली का धुआं छंट नहीं रहा। वहीं जींद शहर में आरओबी निर्माण, अमरूत समेत बड़े स्तर पर काम चल रहे हैं। वहीं रोहतक रोड पर हाइवे का निर्माण चल रहा है। जिससे धूल उड़ रही है। जिससे वायुमंडल में धूल के कणों की मात्रा बढ़ गई है। स्मॉग की वजह से जहां दिनभर ज्यादा धूप नहीं निकली। वहीं लोगों को आंखों में जलन होने लगी और सांस लेने में भी तकलीफ हुई। सांस लेते समय हवा में धुएं की गंध आ रही थी। 310 एकड़ में जल चुकी पराली
अब तक जिले में सेटेलाइट से आगजनी की करीब 301 लोकेशन मिली हैं। उनमें से 212 सही पाई गई हैं। जहां लोकेशन सही पाई गई, वहां करीब 310 एकड़ से ज्यादा में पराली जली है। पराली जलाने वाले 108 किसानों पर 2,97,500 रुपये जुर्माना लगाया गया है। कृषि विभाग के क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर नरेंद्रपाल ने बताया कि गांवों में टीमें निगरानी रख रही हैं और पराली जलाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। पराली के धुएं से जहां प्रदूषण बढ़ रहा है। वहां जमीन की उपजाऊ शक्ति भी खत्म हो रही है। किसानों को जागरूक किया जा रहा है।