लॉकडाउन में 25 डिजाइन के बनाए मास्क, देखते ही कर रहे डिमांड
डीएवी स्कूल की शिक्षिका शिल्पा ने लॉकडाउन में मास्क पर कई प्रयोग किए। करीब 25 डिजाइन के मास्क बना डाले।
जागरण संवाददाता, जींद : डीएवी स्कूल की शिक्षिका शिल्पा ने लॉकडाउन में मास्क पर कई प्रयोग किए। करीब 25 डिजाइन के मास्क बना डाले। इनमें कई डिजाइन के साथ टोपी भी अटैच है। अब शिल्पा के बनाए मास्क को जो भी देखता है, वही दो-चार की डिमांड कर देता है।
दैनिक जागरण से बातचीत में कॉमर्स की शिक्षिका शिल्पा ने बताया कि अलग-अलग डिजाइन के मास्क बनाने का हुनर उन्हें विरासत में मिला है। उनके पिता ने करीब 35 साल सिलाई का कार्य किया। वह बचपन से ही पिता को देखती थी। हालांकि उन्होंने कभी सिलाई नहीं की, लेकिन घर में पिता के काम को अकसर गंभीरता से देखती थी। लॉकडाउन में प्रिसिपल डा. धर्मदेव विद्यार्थी ने एक लाख मास्क बनाकर बांटने की योजना बनाई तो स्कूल की सभी शिक्षिकाओं ने पूरे मन से मास्क बनाए। उन्होंने भी सैकड़ों मास्क बनाए। इसी दौरान प्रिसिपल ने सुझाव दिया कि कुछ ऐसे डिजाइन के मास्क बनाएं जाएं, जिनके साथ टोपी भी अटैच हो ताकि कान पर खिचाव न हो। फिर उन्होंने गांधी टोपी, नेहरू टोपी सहित कई डिजाइन की टोपियों के साथ मास्क बनाए। डा. विद्यार्थी कहते हैं कि वह टोपियों से अटैच मास्क को पहनकर जहां भी जाते हैं, वहीं, लोग इनके बारे में पूछते हैं। साथ ही, यह भी डिमांड रख देते हैं कि कुछ उनके भी बनवाए जाएं। हालांकि शिल्पा ने अपने घर और साथियों के लिए ऐसे मास्क बनाए थे।
कॉमर्स की शिक्षिका शिल्पा कहती हैं कि लॉकडाउन में पूरा दिन घर पर रहते थे। दिन में कुछ घंटे ऑनलाइन कक्षाओं के बाद सारा दिन कहीं बाहर नहीं जाना होता था। इसलिए डिजाइन के मास्क बनाने शुरू किए। इन मास्क को खूब पसंद किया जा रहा है। प्रिसिपल के अलावा अपने कुछ परिचितों को भी यह मास्क उपलब्ध करवाए हैं।