एनएचएम के तहत लगे 201 स्वास्थ्य कर्मी गए हड़ताल पर
जागरण संवाददाता, जींद : आल इंडिया एनएचएम कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले में कार्यरत राष्ट्र
जागरण संवाददाता, जींद : आल इंडिया एनएचएम कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले में कार्यरत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। जिले में एनएचएम के तहत कार्यरत 531 कर्मचारियों में से 201 के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। 201 कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई और सबसे ज्यादा असर एम्बुलेंस सेवाओं पर देखने को मिला। हालांकि स्वास्थ्य विभाग हड़ताल पर गए एम्बुलेंस चालकों की जगह पर नियमित रूप से लगे चालकों को उनकी जगह पर तैनात कर दिया गया। इसके बावजूद भी एम्बुलेंस सेवाएं सही तरीके से नहीं चल पाई। हड़ताली कर्मचारियों ने नागरिक अस्पताल परिसर में जिला प्रधान कमलेश देवी के नेतृत्व में धरना भी दिया। जिसका संचालन जिला महासचिव गौरव सहगल ने किया। संजीव कुमार ने बताया कि आल इंडिया एनएचएम कर्मचारी संघ के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत कार्यरत कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने एनएचएम कर्मचारियों को सर्विस रूल का लाभ देते हुए अनेक वेतन विसंगतियां पैदा कर दी। बार-बार अधिकारियों से मिलने के बाद भी वेतन विसंगतियों को दूर नहीं किया जा रहा, रेफरल ट्रांसपोर्ट को सर्विस बॉयलाज का लाभ देना तथा 7वां वेतन आयोग के तहत प्रदेश के कर्मचारियों दिए गए वेतनमान का लाभ दिया जा रहा, सरकार व विभाग की तरफ से एनएचएम कर्मचारी अपनी सेवा सुरक्षा निर्धारित करने के लिए नियमति करने की मांग लगातार करते आ रहे है, लेकिन सरकार गंभीरता से नहीं ले रही। जिससे एनएचएम के तहत कार्यरत कर्मचारियों में भारी रोष है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से संगठन कई बार मिल चुका है परन्तु सिवाय आश्वासन के कोई समाधान नहीं किया जा रहा। हड़ताली कर्मचारियों को वरिष्ठ उप प्रधान मोहित व कैशियर, जितेंद्र शर्मा, जुलाना ईकाई की प्रधान संतोष देवी, कंडेला प्रधान ¨पकी, नरवाना प्रधान सीमा, उझाना ¨रपी, प्रधान सफीदों वर्षा, रेफरल ट्रांसपोर्ट विरेंद्र ¨सह, धर्मबीर, सुनील रधाना, मीनू, जगदीप, कृष्णा शर्मा, सुमीत, बबीता फोर, राजेश, संदीप, पुनीत, शीला देवी ने भाग लिया।
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दोपहर तक जिले में एम्बुलेंस सेवा रही प्रभावित
जिले में रेफरल सेवा में करीब 90 के करीब कर्मचारी एनएचएम के तहत कार्यरत है। हड़ताल के कारण रेफरल सेवा में कार्यरत 44 एम्बुलेंस चालकों में से 40 कर्मचारी हड़ताल पर रहे। इसके चलते वीरवार सुबह एम्बुलेंस की सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई। इसके कारण जहां पर आपातकालीन कक्ष में पहुंचे मरीजों को निजी वाहनों के माध्यम से ही पीजीआई लेकर गए, वहीं सबसे ज्यादा परेशान जच्चा-बच्चा वार्ड में हुई। जहां पर जच्चा व बच्चा को घर तक पहुंचाने के लिए गायनी वार्ड में महिलाओं को कई घंटे इंतजार करना पड़ा। इसके बाद सिविल सर्जन डॉ. संजय दहिया व डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने रेफरल सेवा से जुड़े कर्मचारियों की बैठक बुलाई। जहां पर सिविल सर्जन कार्यालय में दूसरी गाड़ियों पर नियमित रूप से तैनात चालकों को एम्बुलेंस पर तैनात किया गया। जहां पर नागरिक अस्पताल में सभी गाड़ियों को चला दिया, वहीं नरवाना व सफीदों, उचाना, उझाना में भी स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नियमित चालकों को इन एम्बुलेंस पर तैनात कर दिया गया।