गांव साहूवास में कई दिनों से जलभराव से बिगड़े हालात, तेजी से फैल रही संक्रामक बीमारियां
गांव साहूवास के ग्रामीण इन दिनों बरसाती जलभराव से काफी परेशान हैं। गांव में हर तरफ पानी जमा है। गांव के साथ-साथ खेतों में भी पानी जमा रहने से ग्रामीणों को काफी नुकसान हो रहा है।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : गांव साहूवास के ग्रामीण इन दिनों बरसाती जलभराव से काफी परेशान हैं। गांव में हर तरफ पानी जमा है। गांव के साथ-साथ खेतों में भी पानी जमा रहने से ग्रामीणों को काफी नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसाती पानी निकासी के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिससे गांव से खेतों में आवागमन भी बाधित हो रहा है। कई दिनों से जमा पानी में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। जिससे उन्हें महामारी फैलने का खतरा भी सता रहा है। ग्रामीण जसबीर बाक्सर, फकीरचंद, अतर सिंह, संजय कुमार, धर्मेंद्र, मांगेराम, रमेश, र्प्रवीन, कपूर सिंह परमिद्र, रामकुमार, सुनील, रामकिशन, विनोद कुमार, संजीव, हंसराज, मीनू, प्रदीप कुमार इत्यादि ने कहा कि पिछले दिनों हुई तेज बारिश के दौरान हर तरफ क्षेत्र जलमग्न हो गया। अब बारिश रूके भी कई दिन बीत चुके हैं लेकिन पानी की निकासी नहीं हो पाई है। इन हालातों में लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों को अपने मवेशियों को खेतों में लाने ले जाने व उन्हें स्वयं यहां से आवागमन के समय दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बाक्स : निकासी की मांग, नहीं हो रही सुनवाई
ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में कई बार संबंधित विभाग से पानी निकासी की मांग की गई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। हालात ये बने हैं कि गांव के लोगों को अपने ही गांव में आने-जाने का रास्ता भी नहीं मिल पा रहा। गांव से शहर में अपने कामकाज से जाने वाले लोगों को भी वाहन इत्यादि निकालने में काफी दिक्कतें हो रही हैं। ग्रामीणों की मांग है कि पानी निकासी के जल्द ही पुख्ता प्रबंध किए जाए ताकि उनकी समस्या दूर हो सके। यदि इस गंभीर समस्या को लेकर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। बाक्स: गढ्डे और जलभराव बने आफत, खतरे में जिदगी
एक सितंबर से रूक रूककर हो रही वर्षा से गांव साहूवास की फिरनी, सरकारी स्कूल व मंदिर के अलावा फतेहगढ़ को जाने वाले मार्ग पर सड़कें जलमग्न हो गई है। जलजमाव की वजह से राहगीरों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इन इलाकों में जलजमाव की समस्या काफी लम्बे समय से बनी हुई हैं। वहीं बाबा मुरलीनाथ मंदिर के सामने दो से तीन फीट तक बारिश का पानी जमा हो जाने से श्रद्धालु का आवागमन भी बंद हो गया है। मंदिर में पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं को भी भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। जसबीर बाक्सर ने बताया कि उनके गांव के शमसान घाट में भी जलभराव की गंभीर समस्या बनी हुई है। जलभराव के चलते भी ग्रामीणों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है।