दो दिवसीय मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना मेला हुआ आरंभ, पहुंचे 275 पात्र
डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ते कदम में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना अहम है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ते कदम में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना अहम है। योजना के प्रभावी रूप से क्रियान्वयन के लिए अंत्योदय मेलों का आयोजन कर लाभपात्रों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से सीधे तौर पर लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने यह बात सोमवार को जहांआरा बाग स्टेडियम में आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आयोजित दो दिवसीय अन्त्योदय मेले के पहले दिन अवलोकन करने के उपरांत अपने संबोधन में कही। डीसी ने मेले में लगी सभी 18 विभागों की योजनाओं को दर्शाती स्टाल का अवलोकन किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से रूबरू होते हुए विभागीय स्तर पर प्रदत्त सेवाओं को तत्परता से सरल तरीके से योजना का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया।
पहले दिन मेले में पहुंचे 275 पात्र : योजना के तहत लघु उद्यमियों को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत उन परिवारों को शामिल किया गया है जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपए से कम हैं और उनकी आय को एक लाख 80 हजार रुपये तक पहुंचाना लक्ष्य रहेगा। सरकार की ओर से तीन फेज में पात्रता निर्धारित की गई है और उसी अनुरूप योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों को अंत्योदय मेले से दिया जा रहा है। बीडीपीओ रामफल ने मेले में आने वाले पात्र परिवारों की जानकारी देते हुए बताया कि पहले दिन के लिए झज्जर खण्ड से 32 गांव के 387 परिवारों को आमंत्रित किया था जिसमें 275 परिवारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। वहीं मंगलवार को 15 गांव के 176 परिवारों को आमंत्रित किया गया है। डीसी ने निर्देश देते हुए कहा कि पहले दिन जो भी पात्र परिवार मेला में उपस्थित नहीं हो पाए वह दूसरे दिन भी यहां आकर आवश्यक योजना का लाभ उठा सकते हैं।
42 योजनाएं चिन्हित की
इसके लिए 42 योजनाएं चिन्हित की गई हैं जो इन परिवारों की आमदनी बढ़ाने में मददगार होंगी। इनमें पात्रता के लिए एससी, बीसी, महिला, दिव्यांग को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए कृषि, मत्स्य, पशुपालन व डेयरी जैसे व्यापारिक, औद्योगिक क्षेत्रों में व्यवसाय के साथ-साथ स्किलिग में निपुण करने के लिए कंप्यूटर, चालक, सिलाई कढाई आदि के प्रशिक्षण भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अभियान के पहले चरण में 50000 से 100000 रूपये वार्षिक आय तक के परिवारों को आय दोगुनी तक लेकर जाना है। इसके लिए बैंक का पूरा सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान ही बैंक अधिकारी लोन संबंधी औपचारिकताएं पूरी करेंगे। किसी पात्र व्यक्ति को बैंक गारंटी की आवश्यकता हुई तो उसकी भी मदद सरकार करेगी। इस अवसर पर एडीसी जगनिवास, डीएससी प्रदीप कौशिक, एसडीएम झज्जर शिखा, सीटीएम रेणुका नांदल, बीडीपीओ रामफल, डीएसडब्ल्यूओ वीरेंद्र यादव, डीडीए इंद्र सिंह, डा. मनीष डबास सहित सहित अन्य विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।