पुलिस वैन की जाली काटकर दो बदमाश फरार, टांग में रॉड होने के कारण तेज नहीं भाग पाया दिचाऊं कला का अंकित
जागरण संवाददाता झज्जर बृहस्पतिवार शाम बाइपास की साइड लेन से दुलीना जेल जा रही पुलिस वै
जागरण संवाददाता, झज्जर : बृहस्पतिवार शाम बाइपास की साइड लेन से दुलीना जेल जा रही पुलिस वैन की एक जाली को काटकर दो नामचीन बदमाश फरार हो गए। जबकि गाड़ी से कूदे दिचाऊं कला के कुख्यात अंकित को मुख्य मार्ग से पुलिस की टीम ने काबू कर लिया है। फरार हुए दोनों बदमाशों की तलाश में पुलिस द्वारा सरसों के खेतों में काबिंग करवाई जा रही है। दो बदमाशों के पुलिस वैन से फरार होने की सूचना पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। कुछ ही मिनटों में पुलिस कप्तान अशोक कुमार की अगुवाई में विभिन्न थाना एवं चौकी प्रभारियों के अलावा सीआइए की टीम ने मौके पर पहुंचते हुए प्रयास शुरू कर दिए। पुलिस कप्तान अशोक कुमार भी का¨बग के लिए खेतों में उतरें। दरअसल, दुलीना जेल से पुलिस वैन चार बदमाशों को सोनीपत पेशी के लिए बृहस्पतिवार दिन के समय में लेकर गई थी। सांय के समय में जब गाड़ी जेल से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर रह गई। ठीक उसी दौरान यह वाक्यां सामने आया।
शहर से सटे गुरुग्राम बाइपास की साइड लेन पर 500 मीटर की दूरी तय करते ही एक साथ आए तीन ब्रेकरों पर जब गाड़ी की स्पीड काफी धीमी हो गई। उसी दौरान बदमाश नजफगढ़ निवासी दीपक पुत्र अमर ¨सह तथा रोहतक की जनता कालोनी निवासी आकाश पुत्र आजाद ¨सह गाड़ी की जाली से कूद गए। तीन ब्रेकरों से आगे 100 मीटर की दूरी पर एक बड़ा ब्रेकर भी है। यहां पर कुख्यात अंकित पुत्र बिजेंद्र कूदा। बताते है कि अंकित के पैर में रॉड डली हुई है। जिसके कारण वह जल्दी नहीं भाग पाया। इधर, चौथा बदमाश झज्जर के ¨टकू पुत्र बलवान ने खुद को अकेला फंसता हुआ देख शोर मचा दिया। जिसके बाद गाड़ी में मौजूद चालक सहित आठ पुलिस कर्मी हरकत में आए। चौक पर गाड़ी रोकते हुए उन्होंने बड़ी मशक्कत के बाद अंकित को काबू करते हुए गाड़ी में बैठाया और सीधा गाड़ी को दुलीना जेल ले गए। इसके बाद पुलिस की दर्जनों गाड़ियां मौके पर पहुंची और मोबाइल की रोशनी में ही करीब पांच से 7 किलोमीटर के क्षेत्र के खेतों में बदमाशों की तलाश की जा रही है। इधर, पुलिस के स्तर पर अभी कोई किसी भी स्तर पर बोलने को तैयार नहीं है। चारों बदमाश चालक के साथ वाले केबिन में बैठे हुए थे। जबकि पीछे वाले दोनों केबिन में स्टॉफ बैठा था।