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झाड़ली में रेलवे ओवरब्रिज न होना बन रहा मुसीबत, सदन में पूछा प्रश्न

हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र 20 अगस्त को दोपहर दो बजे से शुरू होगा। 21 व 22 अगस्त को अवकाश है। 23 व 24 अगस्त तक विधानसभा का सत्र चलने की संभावना है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Aug 2021 06:49 AM (IST)Updated: Fri, 20 Aug 2021 06:49 AM (IST)
झाड़ली में रेलवे ओवरब्रिज न होना बन रहा मुसीबत, सदन में पूछा प्रश्न
झाड़ली में रेलवे ओवरब्रिज न होना बन रहा मुसीबत, सदन में पूछा प्रश्न

जागरण संवाददाता, झज्जर : हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र 20 अगस्त को दोपहर दो बजे से शुरू होगा। 21 व 22 अगस्त को अवकाश है। 23 व 24 अगस्त तक विधानसभा का सत्र चलने की संभावना है। मानसून सत्र में विधायकों द्वारा उठाने के लिए सचिवालय को 238 तारांकित और 120 अतारांकित सवाल मिले हैं, जिनमें से स्पीकर ने लाटरी सिस्टम के जरिये सवालों का चयन किया है। उठाए गए इन सवालों में पूर्व शिक्षा मंत्री एवं झज्जर से विधायक गीता भुक्कल द्वारा रखे गए चार सवाल भी शामिल हैं। जो कि तारंकित है और अतारांकित है। विधायक के मुताबिक लाटरी सिस्टम के जरिए भी उनके सवालों का नंबर आया है। फ्लोर आफ दी हाउस पर होने वाली चर्चा में जरूर इन सवालों का समाधान निकलने की उम्मीद हैं। बहरहाल, भुक्कल के मुताबिक सत्र के तय करने को लेकर अमल में लाई प्रक्रिया की वजह से भी कुछ विधायक अपने सवाल नहीं रख पाए। आखिर कब होगा बाइपास के पास से गुजर रहे नाले का समाधान :

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बता दें कि शहर से सटे मिनी बाइपास के नजदीक से पानी निकाली का एक नाला गुजर रहा है। जो कि ड्रेनेज के लिए इस्तेमाल होता है। एक समय में लोगों के लिए बड़ी सुविधा का माध्यम हुआ करता था।लेकिन, हाल समय में यह नाले की दूसरी साइड में रह रहे लोगों के जीवन पर हर हद तक प्रतिकूल असर डाल रहा है। दूसरा, नाले के साथ लगती हुई जमीन पर खेती भी ढंग से नहीं हो पा रही हैं। कुल मिलाकर, पिछले दिनों में बरसात की वजह से हजारों परिवार नाले की वजह से बनी जल जमाव की स्थिति के चलते परेशान हुए। बहरहाल, विधायक की ओर से सत्र में अब यह पूछा जाएगा कि लंबे समय से इस नाले के निर्माण का दावा किया जा रहा है। जबकि, धरातल पर अभी काम शुरु नहीं हुआ है। चर्चा यह भी है कि इस कार्य को करवाए जाने के लिए करीब 44 करोड़ रुपये का बजट तय हो रखा है। जिससे कार्य में गुणवत्ता नहीं आ पाएगी। ऐसी स्थिति में सदन में होने वाली चर्चा में सरकार की ओर से दिए जाने वाले जवाब के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

झाड़ली में रेलवे ओवरब्रिज नहीं होना बन रहा मुसीबत : जिला के आखिरी छोर पर बसे गांवों में झाड़ली क्षेत्र भी शामिल है। जहां पर दो पावर प्लांट सहित बहुत सी अन्य औद्योगिक इकाईयां स्थापित हो चुकी हैं। हजारों की संख्या में रोजाना वाहनों का आवागमन होता है। जबकि, क्षेत्र से होकर गुजर रहे रेलवे ट्रेक पर भी गाड़ियों का खूब आवागमन हैं। बढ़ते हुए ट्रेफिक की वजह से जाम की स्थिति भी यहां अक्सर देखने को मिलती है। कुल मिलाकर, रेलवे लाइन के ऊपर से ओवरब्रिज नहीं होने की समस्या नासूर बनने लगी हैं। क्योकि, पिछले दिनों में हुए हादसों की वजह से बहुत सी जनहानि भी हुई हैं। जो कि काफी दु:खद पहलू हैं। तमाम परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए विधायक भुक्कल की ओर से सदन के पटल पर यह प्रश्न उठाया जा रहा है। ताकि, यहां पर बनने वाले ओवरब्रिज के बाद बेशक ही स्थिति में सुधार होगा। एक ओर जहां अक्सर लगने वाले जाम से निजात मिलेगी। दूसरा, हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर भी ब्रेक लगेगी। बॉक्स : तीसरा प्रश्न हरियाणा स्टेट कमीशन फार शेड्यूल कास्ट के गठन या सेट किए जाने से जुड़ा है। पूछा गया है कि सरकार इस कार्य को कब तक पूरा कर लेगी। साथ ही यह भी पूछा गया है कि वर्तमान समय में क्या स्थिति है। किस तरह से अभी तक सरकार के स्तर पर इस संदर्भ में कार्य करवाया जा रहा है या हो रहा है। चौथे प्रश्न में पूछा गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य कर रहे चौकीदारों के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए है, कब तक उन्हें पक्का किया जाएगा। वर्तमान समय में सरकार के स्तर पर क्या व्यवस्था चल रही है।


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