सुविधाओं व मजदूरों की कमी के चलते मातनहेल स्टेडियम में गेहूं खरीद से आढ़तियों ने किया मना
- मातनहेल मंडी में ही खरीद करने की मांग को लेकर मार्केट कमेटी सचिव को सौ
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- मातनहेल मंडी में ही खरीद करने की मांग को लेकर मार्केट कमेटी सचिव को सौंपा पत्र संवाद सूत्र,साल्हावास : 20 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो रही है। खरीद कार्य के दौरान भीड़ न हो और सुचारु चलता रहे, इसके लिए मातनहेल मंडी व मातनहेल स्टेडियम में दो जगह गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए है। मातनहेल मंडी के आढ़तियों ने मातनहेल स्टेडियम में सुविधाओं के अभाव व मजदूरों की कमी के चलते खरीद करने से मना कर दिया है। साथ ही दोनों जगह की खरीद मातनहेल मंडी में करने की मांग को लेकर मार्केट कमेटी के सचिव को शिकायत भी दी। ताकि आढ़तियों को परेशानी न हो।
रविवार को आढ़तियों ने मातनहेल मंडी में प्रधान राजवीर सुहाग की अध्यक्षता में बैठक की। जिसमें फैसला लिया कि मातनहेल स्टेडियम में बनाए गए केंद्र पर आढ़ती गेहूं की खरीद नहीं करेंगे। बता दे कि मातनहेल मंडी में फिलहाल करीब 29 आढ़ती हैं। वहीं पहले जहां करीब 60 गांवों की गेहूं की फसल बिकने के लिए आती थी वहां अब 20-25 गांवों की ही फसल बिकने के लिए आएगी। मंडी भी बड़ी होने के चलते यहां भीड़ नहीं होगी और सभी शारीरिक दूरी बनाए रखने के निर्देशों का ध्यान रखेंगे। साथ ही मातनहेल स्टेडिमय कच्चा है, इसलिए गेहूं रखने व वाहन के आने-जाने में भी दिक्कत होगी। बिजली व पानी आदि की सुविधाएं भी नहीं हैं। आढ़तियों के मुताबिक हर सीजन में करीब 150-160 मजदूर मातनहेल मंडी में मजदूरी करने के लिए आते थे। लेकिन इस बाद लॉकडाउन के चलते 30-40 मजदूर ही मिल पाए हैं। अगर दो जगह गेहूं की खरीद होगी तो मजदूर बंट जाएंगे और कमी अधिक बढ़ेगी। ऐसी परिस्थितियों में आढ़तियों के लिए दोनों जगह खरीद कार्य करना आसान नहीं हैं। इसके लिए आढ़ती राजवीर सिंह, वेदपाल, अशोक, धर्मबीर, दीपक, सहदेव आदि ने मार्केट कमेटी सचिव को लिखित शिकायत देकर दोनों जगहों की बजाए केवल मातनहेल मंडी में ही गेहूं की खरीद करने की मांग की। - मातनहेल स्टेडिमय में सभी आढ़तियों ने खरीद करने से मना कर दिया है। मार्केट कमेटी सचिव से मिलकर एक स्थान पर खरीद करवाने के लिए शिकायत दी है। उन्होंने उच्चाधिकारियों तक शिकायत पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
राजवीर सुहाग, प्रधान, आढ़ती एसोसिएशन, नई अनाज मंडी, मातनहेल।