अध्यापक किशोरावस्था की समस्याओं को समझकर उनका करें निदान : बीपी राणा
- जिले के 176 विद्यालयों के प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में लिया हिस्सा - किशोरों से जुड़े व्यवहार को लेकर विशेष तौर ध्यान दें अध्यापक

जागरण संवाददाता, झज्जर : विद्यालय शिक्षा विभाग की ओर से बुधवार को राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के सभागार में जिला स्तरीय किशोरावस्था शिक्षा पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला शिक्षा अधिकारी बीपी राणा एवं जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दलजीत सिंह ने किया। अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि किशोर अवस्था एक बहुत ही नाजुक दौर होता है। जिसमें बच्चों को सटीक मार्गदर्शन की बहुत आवश्यकता है और इसमें अध्यापक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है ।
कार्यक्रम के समन्यवक डा. सुदर्शन पूनिया ने बताया कि कार्यक्रम में जिले के सभी 176 उच्च एवं वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से एक-एक अध्यापक ने भाग लिया। मुख्य प्रशिक्षक के रूप में शिक्षा विभाग हरियाणा पंचकूला से रहमदीन व भारत भूषण ने उपस्थित अध्यापकों को प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम में शिक्षकों को किशोरों से जुड़ी समस्याओं व इस आयु वर्ग में होने वाले बदलावों के बारे में विस्तार से जानकारी गई। इसके अलावा किशोरों को एचआइवी/एड्स, नशे के दुष्प्रभावों से बचावों के बारे में चर्चा की गई। कार्यक्रम में ट्रेनरों ने किशोरावस्था के दौरान मन में उठने वाले संवेगों, उनकी समस्याओं व जीवन कौशल से उनके समाधान के बारे में बताया। जिला परामर्शदाता डा. पूजा नांदल ने किशोर बच्चों में पाई जाने वाली मानसिक समस्याओं और उनका समाधान के बारे में तथा उम्मीद परामर्श केंद्र के बारे में विस्तार से बताया। डा. सुदर्शन पूनिया ने कहा कि वर्तमान समय में किशोरावस्था शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने अध्यापकों से आह्वान किया कि वे अपने स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थियों से उनकी समस्याओं के बारे में दोस्ताना व्यवहार कर जानकारी प्राप्त कर उनका निवारण करें। इस मौके पर जिला परियोजना संयोजक सुभाष भारद्वाज, उप जिला शिक्षा अधिकारी मनजीत मलिक, प्राचार्य जोगेंद्र धनखड़, बीआरपी सोनिया, मंजेश और प्रियंका भी मौजूद रहे।
Edited By Jagran