स्कूल स्टाफ का होगा कोरोना टेस्ट, स्कूल आने के लिए अभिभावकों से भरवाया जा रहा सहमति पत्र
कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों की स्कूल में व्यवस्था बनाए जाने के दृष्टिगत अब कदम बढ़ने लगा है। स्कूल की ओर से अभिभावकों की स्वीकृति के लिए पत्र भेजा गया है। जिसमें 21 सितंबर से स्कूल में आकर परामर्श लेने तथा अक्टूबर माह में कक्षाएं लगाए जाने के दृष्टिगत राय ली जा रही है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों की स्कूल में व्यवस्था बनाए जाने के दृष्टिगत अब कदम बढ़ने लगा है। स्कूल की ओर से अभिभावकों की स्वीकृति के लिए पत्र भेजा गया है। जिसमें 21 सितंबर से स्कूल में आकर परामर्श लेने तथा अक्टूबर माह में कक्षाएं लगाए जाने के दृष्टिगत राय ली जा रही है।
इधर, स्कूल स्टाफ के कोरोना टेस्ट के बाद प्रक्रिया और अधिक गति पकड़ेगी। बहरहाल, अलग-अलग स्कूलों के स्तर पर चल रही प्रक्रिया में फीडबैक भी अलग-अलग आ रहे है। जबकि, शुक्रवार को मुख्यालय के स्तर पर उच्चाधिकारी भी इस संदर्भ में दिशा-निर्देश देंगे। ताकि, निमयानुसार आगामी कदम उठाए जा सके। स्कूलों के स्तर पर शुरू हुए प्रयास
लॉकडाउन से अनलॉक तक के दौर में आने के बाद अब शिक्षा व्यवस्था के पटरी पर लौटने का इंतजार हो रहा है। कड़ी दर कड़ी हो रहे प्रयासों के बीच निजी स्कूलों के स्तर पर इन दिनों में सहमति पत्र अभिभावकों के लिए भेजा गया है। जिसमें दो अलग-अलग श्रेणियों में जानकारी भरकर फॉर्म को स्कूल में जमा करवाना है। पहली श्रेणी में 21 सितंबर से परामर्श लेने के लिए स्कूल में पहुंचने वाले पत्र पर सहमति तथा दूसरे हिस्से में अक्टूबर से नियमित कक्षाएं लगाए जाने की सहमति पूछी जा रही हैं। दरअसल, होने वाली इस प्रक्रिया में एक तरह से जमीनी स्तर पर स्कूलों के पास विद्यार्थियों का फीडबैक भी आ जाएगा। भविष्य में जो कि शिक्षा विभाग के लिए उठाए जाने वाले कदमों में मददगार साबित होगा। हालांकि, अभी तक अधिकारिक ऐसा कोइ्र आंकड़ा नहीं आया है। जिसमें अभिभावकों की मनोस्थिति स्पष्ट हो सके।
स्कूल स्टाफ का होगा कोरोना टेस्ट
स्कूलों में किसी भी तरह की कवायद शुरु होने से पहले स्टाफ के कोरोना टेस्ट कराए जाने के निर्देश भी विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी किए गए हैं। साथ ही एक एसओपी भी जारी की गई है। जिसकी अनुपालना किए जाने के बारे में स्पष्ट किया गया है। किसी भी स्तर पर होने वाली चूक के संदर्भ में नियमानुसार कदम उठाया जाएगा। बहरहाल, होने वाले इन टेस्ट के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को अह्म कड़ी के रूप में रखा गया है। जो कि उपायुक्त एवं स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर टेस्ट की व्यवस्था करवाएंगे। विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी किए गए निर्देशों की अुनपालना की जाएगी। शुक्रवार को उच्चाधिकारियों के स्तर पर भी विषयानुसार दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। जिससे स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
बीपी राणा, जिला शिक्षा अधिकारी, झज्जर