सब्जी मंडी में लौट रहे राहत के दिन, दिल्ली का असर भी हुआ गायब
मौसम में ठंडक के अहसास के साथ सब्जी मंडी में राहत के दिन लौटने लगे हैं। स्थानीय हरी सब्जियों की बिक्री बढ़ने के साथ-साथ प्याज और आलू के दाम में भी गिरावट देखने को मिल रही है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : मौसम में ठंडक के अहसास के साथ सब्जी मंडी में राहत के दिन लौटने लगे हैं। स्थानीय हरी सब्जियों की बिक्री बढ़ने के साथ-साथ प्याज और आलू के दाम में भी गिरावट देखने को मिल रही है।
इधर, वाया टिकरी बॉर्डर दिल्ली से कटाव का भी मंडी पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा। एक-दो दिन की दिक्कत के बाद सभी कुछ सामान्य हो गया है। शादी ब्याह का सीजन होने के बावजूद भी मंडी में सब्जियों के दामों में गिरावट देखने को मिल रही है। इधर, माशाखोरों के मंडी में दोबारा से काम करने के बाद अब पुन: रौनक लौटने लगी है। हालांकि, लापरवाही का विषय यह है कि मंडी में प्राय: 5 फीसद लोग भी मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे। इस विषय पर बेशक ही प्रशासन को जरूर ध्यान देना चाहिए। प्याज और आलू के दाम भी हो रहे कम, ग्राहकों के लिए राहत
मौजूदा दौर में लोकल प्याज मंडी में आने की वजह से प्याज के दाम में गिरावट देखने को मिल रही है। 35 से 40 रुपये किलो तक मंडी में उपलब्ध हो रहा है। जबकि, आलू के दाम भी रूटीन में काफी कम हो रहे है। जिससे व्यापारियों को भी नुकसान हो रहा है। लेकिन, मूल फायदा ग्राहकों को हो रहा है। क्योंकि, गाजर, मटर, टमाटर, मूली सहित हरी सब्जियों के दाम भी अब तो ग्राहकों की रेंज में आ गए है। दूसरा रास्ता बंद होने के कारण हो रही परेशानी
जिला मुख्यालय स्थित सब्जी मंडी में शुरुआती दौर से गुरुग्राम तथा बादली रोड से ग्राहकों का आवागमन रहता है। जिससे मंडी में एक रास्ते पर दबाव भी कम रहता है और दुकानों पर ग्राहक भी बंट जाते है। लेकिन, कोरोना के समय के बाद से बदली व्यवस्था के कारण बादली रोड का गेट अभी तक खुद नहीं पाया है। हालांकि, बीच के दिनों में कुछ समय तक तो यह गेट खोला गया था। लेकिन, पुन: उसे बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से मंडी के मुख्य द्वार सहित गुरुग्राम पर जाम की समस्या आम हो चुकी है। दूसरा, विषम परिस्थितियों में भी कोई रास्ता नहीं रहा। अनाज मंडी से जुड़ाव के लिए बादली रोड का रास्ता जरूरी
अगर बादली रोड के गेट बंद होने की बात करें तो यह अनाज मंडी वाले मुख्य मार्ग पर पड़ता है। ऐसी स्थिति में ग्रामीण अंचल से आने वाले ग्राहकों को भी मदद मिलती है और पार्किंग की व्यवस्था भी बड़ी आसानी से होती है। दूसरा, बादली रोड पर पड़ने वाली दुकानों का व्यापार भी प्रभावित हो रह है।