व्यापारियों का बनेगा राहत कोष, तैयार कराया जाएगा डाटाबेस
शहरी क्षेत्र से जुड़कर सामने आ रहे केस एवं व्यापारियों के संक्रमित होने के बाद से व्यापारी वर्ग खासा चितित है। जिसके चलते रविवार को पंजाबी धर्मशाला में व्यापारियों की एक बैठक बुलाई गई।
जागरण संवाददाता, झज्जर : शहरी क्षेत्र से जुड़कर सामने आ रहे केस एवं व्यापारियों के संक्रमित होने के बाद से व्यापारी वर्ग खासा चितित है। जिसके चलते रविवार को पंजाबी धर्मशाला में व्यापारियों की एक बैठक बुलाई गई। मौजूदा परिस्थितियों पर गहनता से विचार विमर्श करने के लिए पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी राय दी। ताकि, संकट की इस घड़ी में किस तरह से सुरक्षित रहा जा सके। रणनीति के तहत अब आने वाले दिनों में व्यापारियों के लिए राहत कोष बनाया जाएगा। जबकि, पूरे बाजार का डाटाबेस तैयार करने के लिए सर्वे होगा। उक्त सभी विषयों के अलावा कोरोना से बचाव को लेकर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। सभी सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि वे खुद जागरूक रहकर सरकार की ओर से बताए जा रहे नियमों का आदर्श स्थिति में पालन करेंगे। जबकि, दुकान पर आने वाले ग्राहकों को भी इस विषय में समझाया जाएगा। दरअसल, सर्वसम्मति से यह सामने आया कि अब व्यापार मंडल को खुद इस दिशा में ठोस कदम उठाना पड़ेगा। व्यापारियों का बनेगा राहत कोष, तैयार कराया जाएगा डाटाबेस
कार्यकारिणी सदस्यों एवं अन्य मौजिज व्यापारियों के साथ पहले चरण की चर्चा में सभी ने कहा कि जिला मुख्यालय पर कार्यरत सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों का एक डाटाबेस तैयार करवाया जाएगा। ताकि, जिससे सभी व्यापारियों की डिटेल प्राप्त हो सके। इधर, व्यापारियों के लिए एक राहत कोष तैयार किए जाने पर भी सहमति बनी है। जिसमें सभी के सहयोग से व्यापारियों के कल्याणार्थ कार्य किए जाएंगे। कोरोना को मात देने के लिए ग्राहक और व्यापारी दोनों का जागरूक होना जरूरी है। प्रधान राकेश अरोड़ा एवं संरक्षक महेंद्र बंसल ने कहा कि हम सभी मास्क एवं सैनिटाइजर का इस्तेमाल इसीलिए नहीं करें कि सरकार की बाध्यता है। बल्कि, समझें कि कोरोना से बचने के लिए यही एकमात्र साधन है। व्यापारी नेता प्रमोद बंसल, हरि प्रकाश यादव, पं. केडी शर्मा, पंकज शर्मा, विपिन जैन, राजू बत्रा ने अपनी-अपनी बात रखते हुए कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में व्यापार करना भी जरूरी है और कोरोना से बचना भी। अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी हो जाता है कि हम सभी एहतियात बरतते हुए ग्राहकों को समझाएं। डा. गौतम प्रकाश आर्य, जग्गी गेरा, महेश टुटेजा ने कहा कि व्यापारियों के संगठित रहने से ग्राहक भी इस बात को समझेगा। क्योंकि, समस्या सामाजिक है, इसलिए समाधान भी मिलकर निकालना जरूरी है।