75 फीसद से नीचे आई रिकवरी रेट, 56 नए संक्रमित, 27 हुए डिस्चार्ज
सितंबर माह में सामने आ रहे केस एक दफा फिर एक्टिव केसों का आंकड़ा बढ़ाने का काम कर रहे हैं। शनिवार को जारी बुलेटिन में जहां रिकवरी रेट अभी 75 फीसद से नीचे आ गया है। जबकि एक्टिव केसों का आंकड़ा 460 को पार कर गया है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : सितंबर माह में सामने आ रहे केस एक दफा फिर एक्टिव केसों का आंकड़ा बढ़ाने का काम कर रहे हैं। शनिवार को जारी बुलेटिन में जहां रिकवरी रेट अभी 75 फीसद से नीचे आ गया है। जबकि, एक्टिव केसों का आंकड़ा 460 को पार कर गया है। बुलेटिन में कुल 56 नए केस सामने आए है। 27 डिस्चार्ज हुए है। इधर, रिपोर्ट हो रहे संक्रमितों में चिता का विषय यह है कि वे अलग-अलग श्रेणी से संबंधित हैं और अलग-अलग क्षेत्र से। ऐसी स्थिति में अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए ही कोरोना को मात दी जा सकती है। मास्क के प्रति नहीं दिख रही गंभीरता
अगर चालान का डर नहीं हो तो बहुत हद तक मास्क के प्रति अब लोगों में गंभीरता नहीं दिखाई दे रही हैं। खास तौर पर रिहायशी क्षेत्र एवं गली-मुहल्लों में अपने कार्यों से निकलने वाले लोग तो बिलकुल भी गंभीर नहीं दिख रहे। ठीक ऐसे ही हालात ग्रामीण अंचल में रहने वाले लोगों के हैं। यहां पर भी मास्क के इस्तेमाल को लेकर लोग ज्यादा गंभीर नहीं हैं। ऐसी स्थिति में मास्क के प्रति यह लापरवाही परेशानी को और अधिक बढ़ा सकती हैं। इसे समझना जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है। आमजन को जागरूक भी किया जा रहा है। लेकिन, अरसा बीत जाने के बाद लोगों के स्तर पर इस तरह की लापरवाही होना उचित नहीं है।
डा. संजय दहिया, सिविल सर्जन, झज्जर।