पुराना बस स्टैंड वाली पार्किंग में जमा बरसाती पानी बना आफत
पुराना बस स्टैंड परिसर स्थित पार्किंग स्थल में भरा बरसाती पानी क्षेत्रवासियों के लिए आफत बना हुआ है। ऐसा होने से एक तो साथ सड़क के साथ लगते मकानों में नमी रहती है और दीवारों में दरार भी आ जाती है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : पुराना बस स्टैंड परिसर स्थित पार्किंग स्थल में भरा बरसाती पानी क्षेत्रवासियों के लिए आफत बना हुआ है। ऐसा होने से एक तो साथ सड़क के साथ लगते मकानों में नमी रहती है और दीवारों में दरार भी आ जाती है। क्षेत्रवासी इस समस्या को लेकर कई बार अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं। जिसका यहां समाधान नहीं हो रहा। हर बार बरसात के दिनों में एक जैसी ही स्थिति बन जाती है। पांच दिन पूर्व में हुई बरसात के कारण अब पुराना बस स्टैंड परिसर पानी से लबालब भर गया है। इसलिए क्षेत्रवासियों को इसकी चिता सताने लगी है। क्षेत्रवासियों ने कहा कि पुराना बस स्टैंड परिसर के पानी की निकासी की उचित व्यवस्था की जाए। ताकि उन्हें परेशानी ना हो। लंबे समय तक पानी जमा रहने के कारण बीमारियां फैलने का खतरा रहता है।
प्रशासन द्वारा पुराना बस स्टैंड परिसर को इस्तेमाल करते हुए इसे शहर में आने वाले वाहन चालकों के लिए पार्किंग स्थल बनाया था। ताकि वाहन चालक अपने वाहनों को पुराना बस स्टैंड परिसर में खड़ा करें और बाजार में जा सके। जिससे बाजार में भी वाहनों की भीड़ कम होगी। लेकिन बरसात होने के बाद पानी भरने की वजह से यहां पर पैर रखने की जगह भी नहीं बचीं।
जिसका मुख्य कारण यह है कि पुराना बस स्टैंड परिसर सड़क के लेवल से नीचा है। इसलिए सड़क सहित आसपास क्षेत्र का पानी भी पुराना बस स्टैंड परिसर में एकत्रित हो जाता है। वहीं पानी की निकासी की भी उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण समस्या खड़ी हो जाती है। - पुराना बस स्टैंड क्षेत्र वासी करण सिंह ने बताया कि हर बार बारिश में पानी जमा हो जाता है। पिछली बार पानी भरने के कारण उसके मकान की जमीन नीचे धंस गई थी। साथ ही दीवार में भी दरार आ गई थी। मकान में नमी रहने के कारण काफी नुकसान हो रहा है। इसलिए मकान गिरने तक का डर बना रहता है। इस समस्या के लिए कई बार अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
- ओमवीर ने बताया कि पुराना बस स्टैंड परिसर में पानी लंबे समय तक जमा रहने के कारण बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। पानी में मच्छर भी पैदा होते हैं, जिस कारण आसपास के लोगों को डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारी होने का खतरा भी रहता है। इसलिए प्रशासन को चाहिए कि लोगों की समस्या को देखते हुए इसका समाधान किया जाए।