कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में पंचायत समितियां निभाएं अहम भूमिका: डॉ. आशा
वैश्य बीएड कॉलेज में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के उपलक्ष्य में एनएसएस और वाइआरसी वॉलंटियर्स ने ऑनलाइन माध्यम से पोस्टर स्लोगन व रंगोली के जरिये देश की इस व्यवस्था की महत्ता को दर्शाया।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
वैश्य बीएड कॉलेज में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के उपलक्ष्य में एनएसएस और वाइआरसी वॉलंटियर्स ने ऑनलाइन माध्यम से पोस्टर, स्लोगन व रंगोली के जरिये देश की इस व्यवस्था की महत्ता को दर्शाया। ज्योति काजला, करिश्मा सिंह कोहली, पूनम देवी व आरती पांडे ने पोस्टर, नेहा, उपासना व भावना ने स्लोगन तथा नीतू ने रंगोली के माध्यम से सभी को जागरूक किया। महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. आशा शर्मा ने कि देश में पंचायत की ऐसी व्यवस्था रही है जिसमें पंचों को समाज में न्याय करने के लिए ईश्वर के रूप में देखा जाता है। ग्राम पंचायत जनस्वास्थ्य, स्वच्छता, चिकित्सा, जल निकास सड़कों, तालाबों, कुओं की देखभाल करना, पीने के लिए स्वच्छ जल, सुविधाजनक आवागमन के रास्ते तथा प्रकाश की व्यवस्था करने के अतिरिक्त बच्चों की शिक्षा के लिए स्कूलों की समुचित व्यवस्था करना जैसे अनेक कार्य कर समाज कल्याण में अपना योगदान देती रही हैं। कोरोना संक्रमण अब गांवों की ओर बढ़ने की भी आशंका है। प्रदेश में कई राज्यों से प्रवासी गांवों में भी पहुंचे हैं। अभी तक सभी पंचायत प्रतिनिधियों ने अहम भूमिका निभाई है। आगे भी कोरोना की लड़ाई में बढ़-चढ़कर सहयोग देना होगा। कोरोना के खिलाफ लड़ाई लंबी है। कोरोना संक्रमित होने पर घबराएं नहीं बल्कि धैर्य से काम लें। सरकार द्वारा बताए गए सभी नियमों का अच्छी तरह से पालन करें। उन्होंने एनएसएस काउंसलर दिव्या बंसल व वाइआरसी काउंसलर सुनीता रानी व प्रीतकमल की देखरेख में चलाए गए जागरूकता अभियान के कार्यक्रमों की सराहना की।
कोरोना टेस्ट की जद्दोजहद में भूल रहे बचाव के नियम
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
शहर के सिविल अस्पताल में अब रोजाना कोरोना टेस्ट के लिए भीड़ लग रही है। मगर दिक्कत यह है कि एक तरफ तो लोग कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल देते हैं और दूसरी तरफ बचाव के नियमों को ही भूल जाते हैं। जहां पर सैंपल कलेक्शन प्वाइंट बनाया गया है, वहां पर लोग एक साथ खिड़की के पास चिपके हुए नजर आते हैं। कायदे से तो मास्क के साथ-साथ दो गज की दूरी भी जरूरी है। मास्क तो सभी पहनते हैं, लेकिन दूरी का नियम भूल जाते हैं। विभाग की ओर से लाख अपील किए जाने के बावजूद भी इस संबंध में लोगों की ओर से गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। अस्पताल में पहुंचकर और वह भी कोरोना जांच के समय ही जब इस तरह की लापरवाही दिखती हो तब आम जगहों पर लोगों की लापरवाही और बढ़ जाना स्वाभाविक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय हर किसी को हर कदम पर सावधानी बरतनी चाहिए। जो पात्र हैं, उन्हें वैक्सीन लगवानी चाहिए। बाकी सभी घर से बाहर निकलने में बचाव उपाय अपनाएं।