अब स्कूल के बजाय घर से विद्याíथयों को पढ़ाएंगे टीचर
सरकार ने 1 जुलाई से 26 जुलाई तक ग्रीष्म अवकाश घोषित किया है। पहली बार ऐसा देखने में आया है कि जून के बजाय जुलाई में ग्रीष्म अवकाश हुआ हो। अब तक जो अध्यापक स्कूलों में आकर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे थे।
जागरण संवाददाता, झज्जर : सरकार ने 1 जुलाई से 26 जुलाई तक ग्रीष्म अवकाश घोषित किया है। पहली बार ऐसा देखने में आया है कि जून के बजाय जुलाई में ग्रीष्म अवकाश हुआ हो। अब तक जो अध्यापक स्कूलों में आकर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे थे। वे अब फिर से अपने घरों से ही बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाएंगे। इसको लेकर शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापकों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं। ताकि बच्चों की पढ़ाई भी बाधित न हों।
बता दें कि कोरोना काल के दौरान स्कूलों की छुट्टी की गई है। अभी तक स्कूलों को बच्चों के लिए नहीं खोला गया। जून के प्रथम सप्ताह में विभाग ने पत्र जारी करके अध्यापकों को स्कूलों में बुलाया था। जिसके बाद से अध्यापक बच्चों को स्कूल में उपस्थित होकर ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे थे। बच्चे घर पर रहते हुए पढ़ रहे थे। अब एक जुलाई से ग्रीष्म अवकाश शुरू होने के बाद सभी अध्यापक घरों से ऑनलाइन पढ़ाई करवाएंगे। ग्रीष्म अवकाश के दौरान मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के तहत बच्चों को पढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री के थ्री एस मंत्र (स्टे एट होम, स्टडी एट होम व स्कूल एट होम) के तहत बच्चों को पढ़ाया जाएगा। - जिला शिक्षा अधिकारी अनिता रूहिल ने बताया कि उच्चाधिकारियों द्वारा ग्रीष्म अवकाश का पत्र जारी करने के बाद सभी अध्यापकों को सूचित कर दिया है। अब अध्यपकों को अपने घर पर रहते हुए बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवानी होगी। इसकी लगातार मॉनिटरिग भी की जाएगी, ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।