सब्जी मंडी के शैड का बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे गिरा, तीसरी दफा हुआ हादसा
सब्जी मंडी के मुख्य शैड का काफी बड़ा हिस्सा शुक्रवार अल सुबह ट
जागरण संवाददाता, झज्जर : सब्जी मंडी के मुख्य शैड का काफी बड़ा हिस्सा शुक्रवार अल सुबह टूटा है। राहत की बात यह रही कि शैड के नीचे उस दौरान न तो कोई माशाखोर मौजूद था और न ही कोई ग्राहक। चिता की बात यह है कि जिस स्थान से शैड की टुकड़ियां गिर रही हैं वह काफी कमजोर हो चुका है। अगर समय रहते संभाला नहीं गया तो आने वाले समय में बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है। ऐसा तीसरी दफा हुआ है। पहले भी दो दफा अलग-अलग स्थानों से शैड की टुकड़ियां गिर चुकी है। लेकिन विभागीय स्तर पर कोई सबक नहीं लिया गया। जो कि इन्हें कचोट रहा है। बता दे कि पहले दो दफा हुए हादसों में दो माशाखोरों को चोट भी आई थी। अब तो किराये पर काम कर रहे माशाखोर : सब्जी मंडी में मार्केट कमेटी के स्तर पर की शुरू की गई नई व्यवस्था के तहत अब तो शैड के नीचे काम करने वाले माशाखोरों से भी मासिक किराया लिया जा रहा है। प्रतिमाह लाखों रुपये माशाखोरों से किराये के रूप में इकट्ठा किया जा रहा है। लेकिन सुविधा का स्तर जो भी है, उसके हाल बुरे है। सुबह करीब साढ़े 4 बजे जब मंडी का काम शुरू ही होता है, उस दौरान एक साइड से काफी टुकड़ियां नीचे धड़ाम से आ गिरी। मंडी में हुए शोर के बाद काफी लोग मौके पर पहुंचे। जिस क्षेत्र के आस-पास का हिस्सा गिरा है, वहां पर काम करने वाले माशाखोर डर के कारण बैठे भी नहीं। विभागीय स्तर शिकायत की जा चुकी है। संतोषजनक कार्यवाही का इंतजार है। पहले भी दो दफा हुए हादसों के बाद शैड पर ध्यान नहीं दिया गया। संभवत: विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। ऐसा माशाखोरों ने बताया। पीने के पानी की भी ठीक ढंग से सुविधा नहीं : एक नई उम्मीद के साथ बनाई गई इस सब्जी मंडी के हालात देखकर ऐसा लगता है कि यहां काम करने वाले माशाखोर हो या व्यापारी मुख्यधारा से जुड़े ही नहंी हैं । चूंकि, यहां न तो ठीक ढंग से साफ-सफाई रहती है और न किसी अन्य तरह की लोगों को सुविधा मिली हुई है। जबकि मंडी में हर वर्ग के लोग खरीदारी के लिए आते है। पीने के साफ पानी के लिए उन्हें व्यापारियों पर निर्भर होना पड़ता है। ::: शैड गिरने की सूचना मिली है विभागीय स्तर पर जरूरी कदम उठाया जाएगा। भविष्य में ऐसी कोई अनहोनी नहीं हो तो विशेष ध्यान रखा जाएगा।
विजय सिंह, सचिव मार्केट कमेटी