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पहले से कम, पर देर रात तक आतिशबाजी के शोर के बीच मना दीपावली का त्योहार

झज्जर दीपों का पर्व दीपावली जिला भी में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया दि

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Oct 2019 06:15 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 06:37 AM (IST)
पहले से कम, पर देर रात तक आतिशबाजी के शोर के बीच मना दीपावली का त्योहार
पहले से कम, पर देर रात तक आतिशबाजी के शोर के बीच मना दीपावली का त्योहार

जागरण संवाददाता, झज्जर : दीपों का पर्व दीपावली जिला भी में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, दिन भर बाजारों में खूब रौनक रही। बाजार में हुए व्यापार की बात हो सेल की संजीवनी ने व्यापारियों को इस दफा कुछ राहत दी है। कहा जा सकता है कि भीतर दुकानों से ज्यादा बाहर लगाई गई फड़ एवं रेहड़ियों पर ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की। दीपावली के मौके पर बाजार में कामकाज अन्य दिनों की बेहतर हुआ। छुट्टी का दिन होने के कारण सुबह से ही बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ने लगी थी। जिससे इस बार दुकानदारों के चेहरों पर भी खुशी साफ दिखाई दी। लोगों ने जमकर मिठाई, खिल-खिलौनों, लाइटों तथा उपहार आदि की खरीदारी की और अपने सगे-संबंधियों को मिठाइयां व उपहार भेंट करते हुए सुख समृद्धि की कामना की। इतना ही नहीं लोगों ने सोशल मीडिया पर भी दिन भर बधाई देने का सिलसिला खूब जारी रहा। शहर के बाजारों में आने वाले मुख्य रास्तों पर पुलिस ने बैरिकेट लगा कर गाड़ियों को बाजार के अंदर जाने प्रतिबंध लगाया हुआ था। केवल दुपिहया वाहनों को ही बाजारों में जाने दिया जा रहा था। बाजारों में जाम नहीं लगे इसके लिए पुलिस के जवान वाहनों को दुकानों के सामने भी ज्यादा देर तक खड़ा नहीं करने दे रहे थे। जबकि मुख्य मार्गों व चौक चौराहों पर जाम की स्थिति बनी रही। फिर भी पुलिस के स्तर पर किए गए प्रयासों के बाद इस दफा बाजार में यातायात की व्यवस्था बढि़या रही। सुबह से ही बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग बाजारों में खरीदारी करने के लिए पहुंचे थे।

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पहले से कम हुई आतिशबाजी : सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के साथ-साथ इसे लोगों की जागरूकता का ही असर कहा जाएगा कि आतिशबाजी पहले से कम हुई। हालांकि, पटाखा बिक्री की बात हो तो किसी ने भी लाइसेंस के लिए आवेदन तक नहीं किया था। लेकिन पटाखे छुड़ाने वालों की कोई कमी भी नहीं दिखी। हां, यह जरूर रहा कि आतिशबाजी पिछले सालों की तुलना में जहां कम रही, वहीं लोगों ने तेल के दीये रंग-बिरंगी चाइनीज लड़ियों की अपेक्षा ज्यादा जलाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए लोगों ने दीपावली की रात्रि 10 बजे के बाद भी आतिशबाजी का सिलसिला जारी रखा। रंग बिरंगी लड़ियों के अलावा जगमगाते दीपों से शहर व गांवों में दीपावली की अनूठी छटा हर तरफ दिखाई दी। शहर में ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी देर रात तक आतिशबाजी की गई। लोगों ने पंडितों द्वारा बताए गए समय के मुताबिक रात के समय मां लक्ष्मी का पूजन किया। विधि-विधान से धन की देवी माता लक्ष्मी, भगवान श्रीगणेश के अलावा अन्य देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने के बाद लोगों ने भोजन ग्रहण किया।


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