कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक ने की सरकारी योजनाओं की समीक्षा
- किसान सदन में संयुक्त निदेशक डा. गजराज ने ली कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक
जागरण संवाददाता, झज्जर :
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक डा. गजराज शनिवार को झज्जर पहुंचे। यहां किसान सदन में कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक के दौरान सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। साथ ही इन योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं को आमजन के लिए उपलब्ध करवाने में पूर्ण योगदान दें। ताकि जिस उद्देश्य से सरकार ने इन योजनाओं को शुरू किया है। उनका योग्य किसान को सीधा लाभ मिल सके। इस दौरान बैठक में डीडीए डा. इंद्र सिंह, एसडीओ जगजीत सांगवान, तकनीकी आफिसर डा. ईश्वर जाखड़, एएसओ कुलदीप आदि शामिल हुए।
इस दौरान प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व मेरी फसल मेरा ब्यौरा आदि योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधान मंत्री किसान मानधन योजना के तहत 18 से 40 वर्ष के किसान को 55 रुपये की एक किश्त जमा करवानी होती है। इसके बाद अन्य किश्त विभाग द्वारा जमा करवाई जाएंगी। वहीं किसान कि 60 साल उम्र होने के बाद उसे तीन हजार रुपये पेंशन मिलेगी। हालांकि इसके लिए आवेदन करने वाला किसान होना चाहिए और उसके पास एक से पांच एकड़ जमीन हो, 1 लाख 80 हजार रुपये से कम आय हो और सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए। साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवाया हुआ है, उनके जलजमाव या अन्य कारण से नुकसान होता है। तो वे नुकसान के 72 घंटे में इसकी सूचना विभाग को दें। ताकि इसके बाद नुकसान की भरपाई के लिए सर्वे किया जा सके और नुकसान अनुसार मुआवजा मिल सके। इन सभी योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए सभी कर्मचारी व अधिकारी काम करें।