नौतपा में जमकर हो रहा गर्मी अहसास, 42 डिग्री तक पहुंचा तापमान
मंगलवार से नौतपा लग गया हैं। पिछले सप्ताह तक महसूस होने वाली ठंडक जैसा माहौल अब दिखाई नहीं देता।
जागरण संवाददाता, झज्जर : मंगलवार से नौतपा लग गया हैं। पिछले सप्ताह तक महसूस होने वाली ठंडक जैसा माहौल अब दिखाई नहीं देता। गर्मी की वजह से लोगों की गतिविधियां प्रतिबंधित हो रही है। 42 डिग्री तक अधिकतम तापमान पहुंच गया है। जो कि पिछले सप्ताह 30 डिग्री से भी नीचे चला गया था। दिन और रात दोनों समय एक जैसा ही मौसम रहने की वजह से दिक्कत ज्यादा हो रही हैं। इधर, कोरोना के इस दौर में गर्मी से बचने के लिए भी लोग एसी कूलर तक का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। दिन की तपिश और लॉकडाउन के लिए किए तय किए गए समय के बाद बाजार में हलचल भी दिखाई नहीं दे रही। खास तौर पर वर्तमान में पड़ रही झुलसा देने वाली सूरज की किरणों ने लोगों को बेहाल कर दिया है। गर्म हवा के थपेड़ों में अब लू का अहसास होने लगा है। वीरवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। झज्जर में सुबह से तेज धूप का असर साफ दिखने लगा हैं। 10 बजे 35 से 36 डिग्री का अहसास होने लगा। दोपहर बाद तक तापमान के बढ़ने से दिककत ज्यादा महसूस हुई। चिकित्सकों के मुताबिक मौजूदा समय में तरल पदार्थों जरूर लेने चाहिए। हालांकि, संकट की इस घड़ी में काफी हद तक लोग पहले ही अपने घर पर समय व्यतीत कर रहे हैं। बुजुर्ग एवं बच्चों के बाहर निकलने पर प्रतिबंध है। इसीलिए वे भी अपने घर पर रहने के कारण काफी हद राहत महसूस कर रहे हैं।
अप्रैल माह तक जहां पहले ठंडक का अहसास हो रहा था। वहीं 24 मई बीत जाने तक भी राहत थी। जबकि, अब वातावरण झुलसाने लगा है। कहा जा सकता है कि बाहर निकलने पर धूप की किरणें शरीर में चुभ रही थीं। जबकि, घर में रहने वालों के लिए भी चैन नहीं था। दोपहर में धूप की तपिश के बीच गर्मी का आलम यह था कि घरों में फर्राटा भर रहे पंखे व कूलर गर्म हवा उगल रहे थे। न घर में सुकून था और न ही बाहर। यही हाल गांवों का भी रहा। छुछकवास, बेरी, दुजाना, माछरोली, बादली, साल्हावास आदि ग्रामीण इलाकों में लोग घरों में दुबके रहे। शाम होने के बाद भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिली।