वरिष्ठ नागरिक समाज की धरोहर, उनका अनुभव करता मार्गदर्शन : डीसी
डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक समाज की धरोहर हैं। उनका अनुभव सार्वजनिक जीवन में सदैव मार्गदर्शक के तौर पर कार्य करता है। उन्होंने यह बात सोमवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हाल में गांव लकडिय़ा निवासी रामचंद्र अहलावत व उनके साथ आए प्रशिक्षक गांव भापड़ोदा निवासी आजाद सिंह राठी को सम्मानित करते हुए कही।
जागरण संवाददाता, झज्जर : डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक समाज की धरोहर हैं। उनका अनुभव सार्वजनिक जीवन में सदैव मार्गदर्शक के तौर पर कार्य करता है। उन्होंने यह बात सोमवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हाल में गांव लकडिय़ा निवासी रामचंद्र अहलावत व उनके साथ आए प्रशिक्षक गांव भापड़ोदा निवासी आजाद सिंह राठी को सम्मानित करते हुए कही।
उल्लेखनीय है कि रामचंद्र अहलावत ने पुंडूचेरी में 4 से 7 जनवरी तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग फेस्टिवल में 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में स्वर्ण पदक के साथ चैंपियन ऑफ चैंपियन्स का खिताब हासिल किया। इससे पहले भी वर्ष 2019 में 76 वर्षीय रामचंद्र अहलावत ने इसी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया था। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भी बीते दिनों इस उपलब्धि के रामचंद्र अहलावत को फोन पर शुभकामनाएं दी थी। खान-पान में सुधार करना ही असली योग :
डीसी ने उम्र के आठवें दशक में योग के प्रसार में जुटे रामचंद्र अहलावत के अनुभव को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सांझा कराया। रामचंद्र अहलावत ने कहा कि हरियाणा पुलिस से सेवानिवृति के उपरांत 68 वर्ष की आयु में उन्होंने योगाभ्यास आरंभ किया। उनकी दिनचर्या प्रात: तीन बजे से सात बजे तक योगाभ्यास से शुरू होती है। इसके उपरांत वे आधा लीटर गाय के दूध के साथ तीन से चार केले नाश्ते में लेते हैं। दिन में दो रोटी व सब्जी लेने के उपरांत वे चार बजे तक फलाहार लेते हैं। चार से पांच बजे तक योगाभ्यास के उपरांत आगामी सुबह तक वह कुछ ग्रहण नहीं करते। उन्होंने युवाओं को भी फास्ट फूड से बचने के साथ-साथ खान-पान में सुधार करने की। डीसी ने शाल व प्रशस्ति पत्र भेंट कर दोनों वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर एडीसी जगनिवास, डीएमसी प्रदीप कौशिक, झज्जर की एसडीएम शिखा, बादली के एसडीएम विशाल कुमार, सीटीएम प्रवेश कादियान सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहें।