महिलाओं ने खूब समझी अपनी जिम्मेवारी, मात्र आधा फीसद महिलाओं ने बेरी में कम किया मतदान,
अमित पोपली झज्जर बहन बेटी मां पत्नी दादी नानी और न जाने कितने ही रुपों में जानी जाने
अमित पोपली, झज्जर : बहन, बेटी, मां, पत्नी, दादी, नानी और न जाने कितने ही रुपों में जानी जाने वाली आधी आबादी जब अपनी जिम्मेवारी निभाने पर आती हैं तो वह अपनी भूमिका का बखूबी निर्वाह करती है। 17 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में रविवार को जब मतदान करने की बारी आई तो इस वर्ग ने अपनी जिम्मेवारी को समझते हुए सुबह सात बजे से ही मोर्चा संभाल लिया था। मतदान में युवतियां काफी आगे दिखी। मतदान करने के लिए सुबह से ही युवतियां अपनी माताओं या अन्य परिजनों के साथ मतदान केंद्र में पहुंची। मतदान केंद्र चाहे शहर के हो या गांव के, कालेजों में पढ़ने वाली बेटियों ने भी आगे आकर अपने वोट का जमकर इस्तेमाल किया। देखा जाए तो ऐसा नजारा कई स्थानों पर देखने को मिला, जहां महिलाओं की कतारें लगी थी और वे उत्साह के साथ वोट डाल रही थी। बेशक घुंघट की ओट में परंपरा का निर्वाहन आज भी होता दिखाई दिया। सामाजिक व्यवस्था के चलते विभिन्न गांवों के मतदान केंद्रों पर महिलाएं घूंघट किए हुए भी वोट डालने के लाइन में लगी रही। मतदान को लेकर अभी तक सामने आए आंकड़े में झज्जर विस क्षेत्र की महिलाओं ने सबसे अधिक मतदान किया है। हालांकि, इस आंकड़े को छूने में बादली और बेरी भी पीछे नहीं रहे। यहां पर भी मात्र कुछ फीसद का अंतर ही देखने को मिला। सबसे अधिक झज्जर विस क्षेत्र में 69.87, बेरी में 69.7 फीसद, बादली में 69.15 तथा बहादुगरढ़ में 63.87 फीसद आधी आबादी ने घर से निकलकर मतदान किया। -----70 फीसद के आंकड़े के लिए अभी करना पड़ेगा इंतजार, बुजुर्ग महिलाओं में भी खूब दिखा उत्साह बुजुर्ग महिलाओं में भी वोट डालने का उत्साह कतई कम नहीं था।महिलाएं खास तौर पर जो अकेले आने में असमर्थ थी उन्हें उनके परिजन स्कूटर, बाइक या अन्य वाहन के सहारे मतदान केंद्र तक लेकर पहुंचे। लेकिन तमाम तरह के हुए प्रयासों के बाद भी यह आंकड़ा 70 फीसद को नहीं छू पाया है। जिसका मलाल होना लाजिमी है। हालांकि, पिछली दफा की बात हो तो इस दफा की पोलिंग पहले से काफी बेहतर हुई है। 40 डिग्री के तापमान के बीच भी हर वर्ग के लोगों ने मतदान केंद्र तक पहुंचते हुए जिस तरह का उत्साह दिखाया, उससे काफी सुधार हुआ है। ----बेरी में मात्र आध फीसद तो बादली में कम फीसद से भी कम का अंतर वोट देणा तो म्हारा फर्ज सै। बस इस बात की अहमियत को समझते हुए महिलाएं जिला भर के विभिन्न मतदान केंद्रों पर प्राय: समूह बनाकर पहुंची। परंपरागत गीतों की गूंज तो कहीं सुनने को नहीं मिली। मगर आस पड़ौस की महिलाओं के साथ पहुंचते हुए वे मतदान की प्रक्रिया का हिस्सा बनी। घर के काम करने के बाद या काम की सोच को अपने दिमाग में रखते हुए चुनावी प्रक्रिया में शामिल हुई महिलाओं ने आयोग की ओर से मतदान के समय को बढ़ाए जाने का भी स्वागत किया हैं। उनका कहना था कि जिस प्रकार से समय बढ़ाया गया हैं उससे काफी सहूलियत हुई हैं। 11 घंटे के लिए होने वाले मतदान के दौरान घर के काम को निपटाने के बाद उन्हें काफी ऐसा वाजिब मिल पाया हैं कि जिससे वे शामिल हुई हैं। आंकड़ों की नजर में बेरी विस क्षेत्र में वे पुरुषों से मात्र आधा फीसद पीछे हैं तो बादली विस क्षेत्र में उनके अंतर का आंकड़ा एक फीसद से भी कम है। झज्जर और बहादुरगढ़ में यह दो फीसद से कम है। कुल मिलाकर, इस दफा के मतदान से पूर्व दैनिक जागरण सहित अन्य के स्तर पर हुए प्रयासों का सकारात्मक परिणाम बेहतर मतदान फीसद के रूप में सामने आया है।
आंकड़ों की नजर में महिलाओं का मतदान फीसद पुरूष महिला कुल
झज्जर : 87889 78641 166534
62833 54951 117785
71.49 69.87 70.73 बादली :
91033 79137 170170
63840 54727 118567
70.13 69.15 69.68
बेरी :
92407 78846 171253
64870 54927 119797
70.2 69.7 70.0
बहादुरगढ़ :
114464 97075 211542
75009 62003 137013
65.53 63.87 64.77