हसला की राज्य कार्यकारिणी का गठन, 22 जिलों के समन्वय से संगठन को मिलेगी मजबूती : सतपाल सिधु
हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिन्धु ने राज्य कार्यकारिणी का गठन किया। इसका कार्यकाल 3 साल 2021-24 तक रहेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में लगभग 29500 प्राध्यापक स्कूलों में कार्यरत है जो कि संख्या के हिसाब से हरियाणा शिक्षा विभाग में सबसे बड़ा संगठन है। जनवरी-फरवरी में संगठन के खंड प्रधान और जिला प्रधान के चुनाव के बाद राज्य प्रधान पद का चुनाव 21 मार्च को रोहतक में हुआ था। जिसमें सतपाल सिन्धु विजयी रहे थे।
झज्जर (विज्ञप्ति) : हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिन्धु ने राज्य कार्यकारिणी का गठन किया। इसका कार्यकाल 3 साल 2021-24 तक रहेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में लगभग 29500 प्राध्यापक स्कूलों में कार्यरत है जो कि संख्या के हिसाब से हरियाणा शिक्षा विभाग में सबसे बड़ा संगठन है। जनवरी-फरवरी में संगठन के खंड प्रधान और जिला प्रधान के चुनाव के बाद राज्य प्रधान पद का चुनाव 21 मार्च को रोहतक में हुआ था। जिसमें सतपाल सिन्धु विजयी रहे थे। अब राज्य प्रदेश अध्यक्ष द्वारा राज्य कार्यकारिणी का गठन किया गया है। जिसमें यमुनानगर से वेदप्रकाश को बतौर संरक्षक कार्यकारिणी में स्थान दिया गया। संयोजक की जिम्मेदारी सोनीपत से सुरेन्द्र महला को सौंपी गई है। वरिष्ठ उपप्रधान का दायित्व हिसार से दलबीर पंघाल को, सिरसा से अमित मनहर को महासचिव व उप महासचिव पद की जिम्मेदारी पंचकूला से रमेश को, सोनीपत से पवन सिंह को लगातार तीसरी बार वित्त सचिव और डा. कृष्ण कुमार को गुरुग्राम से उप वित्त सचिव, सोनीपत से अजीत चंदेलिया को लगातार तीसरी बार राज्य कार्यकारिणी में बतौर प्रेस सचिव, रोहतक से राजेश कुमार देशवाल को प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी दी गई। हिसार से राजेश कुमार को अंकेक्षक व सलाहकार प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष सोनीपत से जगबीर देशवाल, शैक्षिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष जींद से वजीर सिंह दलाल व न्यायिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी फतेहाबाद से डा. प्रदीप लौरा की सौंपी गई है। राज्य कार्यकारिणी के गठन के बाद प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिन्धु ने बताया कि संगठन में काफी विचार विमर्श के उपरांत युवा जोश और अनुभव को तरजीह देते हुए संतुलन स्थापित करने की कोशिश की गईं है। सभी 22 जिलों के साथ समन्वय स्थापित कर संगठन को और भी ज्यादा मजबूती प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। पुरानी पेंशन बहाली, छटे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करवाना, कालेज कैडर में पद्दोन्नति, एचसीएस के लिए विभागीय भर्ती के लिए आवेदन की अनुमति, लेक्चरर पदनाम, कैशलेस मेडिकल सुविधा को लागू करवाना आदि मांग को लेकर प्रयास किए जाएंगे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दयानंद दलाल ने नवनियुक्त सदस्यों को बधाई देते हुए कहा है कि संगठन हरियाणा में कार्यरत प्राध्यापकों के हितों के लिए सदैव अग्रणी रहा है और भविष्य में नई कार्यकारिणी संगठन को ज्यादा मजबूती प्रदान करेगी।